एक साक्षात्कार के दौरान आज वर्तमान राजनीति का बीआरपी चीफ आर पी मौर्य ने चीर हरण कर दिया है। भीमआर्मी चीफ चंद्रशेखर रावण पर हुए अटैक को फर्जी और रावण को दलितों के संहार के लिए बीजेपी का हथियार बताया है। साथ ही साथ एससी एसटी भाइयों को सावधान रहने की जरूरत है।बीआरपी चीफ के अनुसार चंद्रशेखर रावण की महत्वाकांक्षा चरम पर है। इस महत्त्वाकांक्षा को पूरा करने के लिए कौन सा रास्ता है कब तय करना है, यह निश्चित नही है अर्थात विचारों के साथ समझौता उनके लिए कोई बड़ी बात नही है। बीजेपी को ऐसे ही नए लड़कों की जरूरत रहती है जो राजनीति में अपरिपक्वता की वजह से लोभ लालच में आकर शत्रु को मित्र समझने की भूल कर बैठते है और अपने पैर पर खुद कुल्हाड़ी मार लेते है। केशव प्रसाद मौर्य जी इसके अच्छे उदाहरण है।
आज यही गलती रावण ने कर दी है। 2024 का चुनाव बीजेपी हार रही है। मोदी जी की दिन रात नींद उड़ी हुई है। इस डाल से उस डाल उछल कूद रहे है। बीजेपी को दलित वोट को खींचने के लिए मायावती जी से बेहतर विकल्प रावण दिखा। इसलिए परोक्ष रूप से रावण बीजेपी के ही मिशन पर कार्य कर रहा है । क्या समझौता है यह उनका अंतरिक मामला है। इस्तेमाल होने पर लात मार के निकाल देगा।जब आप घटना की समीक्षा पर जाएंगे तो यह घटना पूरी तरह फर्जी पाएंगे। रावण के टीम के लोगों ने हमलावरों का न पीछा किया, न नंबर नोट किया, ओवरटेक छोटे रोड पर दाएं से होता है तो बाए बैठे चंद्रशेखर को दाएं से गोली कैसे मारी गई। वह भी गोली लगी नही, छूकर निकल गई, इस घटना के बाद रावण के चेहरे पर कोई चिंता नहीं दिखी पहले से कही अधिक उत्साह में दिखे, हमलावरों को पकड़ने के लिए आंदोलन नही हुआ, सीधे गोदी मिडिया के साथ मिलकर टीआरपी बटोरी जा रही है। महान बना जा रहा है। अर्थात सब फिल्मी सूटिंग की तरह है। हमें इस बात की चिंता है कि कल को हमारे एससी एसटी भाई जो कई सालों से संघर्ष कर रहे है वे फिर से ठगे जाएंगे। फिर बाबा साहेब का सपना 10 साल और पीछे चला जायेगा।
ठीक ऐसे ही दिल्ली में चुनाव के दौरान केजरीवाल ने अपने ऊपर जूते, काले झंडे, टमाटर, श्याही आदि अपने लोगों से ही फिंकवाई थी, हंसकर माफ मर देता था और जनता के भावनाओ का सौदा किया था। आज वही केजरीवाल आस्तीन का सांप बन बैठा है।विपक्ष के कई अदूरदर्शी नेता ने इस घटना पर दुख जाहिर किया है हमें उनके परख पर खेद है, अगर इतने ही काबिल होते तो आज बीजेपी वाले उन्हे टुकड़े टुकड़े गैंग कहकर अपमानित नही करते।बीआरपी चीफ ने देश के सभी युवा साथियों व आम आवाम से अपील की है राजनीति एक व्यापार बन चुकी है, जो है वह दिखता नही है जो दिखता है वह है नही। अपने अपने भावनाओं और जज्बातों का सौदा न होने दें। इस पर आपका पूर्ण अधिकार है।यह राजनीति है यहां आपको सगा ही देगा दगा, दूसरे की हिम्मत नही है।