नौकरी के बदले जमीन के मामले में सीबीआई ने राउज एवेन्यू कोर्ट में बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है. इसी मामले में लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी समेत 17 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है. लालू प्रसाद यादव के खिलाफ रेल मंत्री रहते जमीन लेकर रेलवे में ग्रुप डी में नौकरी देने का मामला सामने आया था.2021 में सीबीआई ने जांच शुरू की जिसके अनुसार पटना के 12 लोगों को नौकरी दी गई थी और नौकरी के बदले जमीन लेने का मामला सामने आया था. इसमें कई जमीन लालू प्रसाद यादव के परिवार के लोगों के नाम की गई है. इस पूरे मामले में 12 जुलाई को सुनवाई होगी.साल 2006-07 में एक कंपनी एक.के. इंफोसिस्टम जिसने 6-7 जमीने रजिस्ट्री कराई थीं, उस समय रजिस्ट्री में लगभग 2 करोड़ की कीमत जमीनों की दिखाई गई थी, जबकि मार्केट वैल्यू लगभग 10 करोड़ थी।
सीबीआई ने नौकरी के बदले जमीन के मामले में दो एफआईआर दर्ज की थीं, पहली एफआईआर में लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी समेत कई के खिलाफ पहले ही आरोप पत्र दाखिल किया जा चुका है, बाद में सीबीआई ने जो दूसरी एफआईआर दर्ज की है उस मामले में तेजस्वी यादव के खिलाफ सीबीआई ने पहली चार्जशीट दायर की है.पटना में 23 जून को विपक्ष की ओर से आयोजित की गई महाबैठक से पहले तेजस्वी यादव ने ये आशंका जताई थी कि बैठक के पहले ही उनके खिलाफ चार्जशीट दायर की जा सकती है. नौकरी के बदले जमीन मामले में तेजस्वी यादव अक्सर यह कहते रहे हैं कि जब यह मामला सामने आया था तब वह नाबालिग थे. इस मामले में सीबीआई ने तेजस्वी यादव को तीन बार पूछताछ के लिए बुलावा भेजा, नोटिस जारी किया लेकिन वह नहीं गए और आखिर में बिहार विधानसभा के बजट सत्र समाप्त होने के बाद वह सीबीआई के सामने पूछताछ के लिए हाजिर हुए।