बिहार में सीएम नीतीश कुमार और RJD के बीच मची कलह की वजह से सियासी गलियारों में हंगामा मचा हुआ है। इस बीच लोकजनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है। चिराग ने कहा कि हमारे बहुत सारे कंसर्न थे, जिसको लेकर हम आज अमित शाह से मिले। करीब आधे घंटे तक ये बात हुई।चिराग ने कहा, ‘बिहार की स्थिति पर नजर है। जब तक स्थिति स्पष्ट नहीं होती, हम अपनी बात या फाइनल स्टेंड नहीं रख सकते। नीतीश कुमार का अभी फाइनल होने दीजिए कि वो कहां रहेंगे। अभी तो वो महागठबंधन के सीएम हैं। अभी इस्तीफा तो दिया नहीं है।’सूत्रों के मुताबिक, नीतीश कुमार इंडी गठबंधन में असुरक्षित महसूस कर रहे थे, क्योंकि प्रशांत किशोर समेत कई राजनीतिक विशेषज्ञों ने कहा था कि अगर जेडीयू विपक्षी गठबंधन में रहेगा, तो उसे बिहार में 5 सीटें भी नहीं मिलेंगी। प्रशांत किशोर ने दावा किया था कि अगर जेडीयू पांच से ज्यादा सीटें जीतेगी, तो वह देश के सामने माफी मांगेंगे।
साथ ही नीतीश कुमार को भी लगता है कि इंडी गठबंधन में उनका भविष्य उज्ज्वल नहीं दिख रहा है। उन्होंने इंडी गठबंधन के गठन का नेतृत्व किया, लेकिन गठबंधन के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार बनने में असफल रहे। चूंकि इंडिया ब्लॉक के कई नेता नीतीश कुमार के पक्ष में नहीं थे, इसलिए उन्होंने उन्हें नजरअंदाज कर दिया।खबर है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार दोपहर को अपना इस्तीफा दे सकते हैं और सूत्रों का कहना है कि वह रविवार को आठवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले सकते हैं। सबसे बड़ा सवाल जो पूछा जा रहा है वह यह है कि नीतीश कुमार को इंडिया ब्लॉक से एनडीए में आने के लिए किसने प्रेरित किया और इसका सरल उत्तर है अयोध्या में राम मंदिर की प्रतिष्ठा और जिस तरह से इसने भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पक्ष में देश में लहर पैदा की है।