एक तरफ सहरसा जेल से आनंद मोहन 15 साल की सजा पूरी करने के बाद आज रिहा होने जा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ उनकी रिहाई को लेकर लगातार बयानबाजी का दौर जारी है। जहां भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि उनकी पार्टी किसी भी दोषी को रिहा करने के पक्ष में नहीं है। वहीं अब आनंद मोहन की रिहाई को लेकर अब लोजपा रामविलास प्रमुख चिराग पासवान ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। जमुई सांसद चिराग पासवान ने आनंद मोहन की रिहाई का विरोध किया है। आरोप लगाया है कि राजनीतिक फायदे के लिए कानून का दुरुपयोग किया जा रहा है।
व्यक्ति विशेष के लिए कानून में अचानक किया गया यह बदलाव कहीं न कहीं जातीय आधार पर बांटने की साजिश को दर्शाता है। बुधवार को बयान जारी कर चिराग पासवान ने कहा कि बिहार में एक जिम्मेदार आईएएस अधिकारी की हत्या तो हुई है, इस बात को ना तो दबाया जा सकता है और ना झुठलाया जा सकता है।
लेकिन उसके दोषी को कानून में फेरबदल कर इस तरीके से रिहाकर दिया जाना कहीं से उचित नहीं है। राज्य सरकार अपने फैसले पर पुनर्विचार करें। बता दें कि राज्य सरकार के फैसले के विरोध में IAS एसोसिएशन ने भी एक पत्र जारी कर राज्य सरकार को अपने फैसले को वापस लेने की मांग की है।