बिहार के सीएम नीतीश कुमार के आह्वान पर बीजेपी विरोध में विपक्षी दलों की बैठक 23 जून को पटना में होगी. इस बैठक में आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री सीएम अरविंद केजरीवाल2एक दिन पहले यानी 22 जून को पटना पहुंच जाएंगे. आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल की रणनीति पटना बैठक में केंद्र के अध्यादेश को टॉप एजेंडा में शामिल कराने की होगी. आप प्रमुख अध्यादेश को कानून बनने से रोकने के लिए सभी दलों को राजी करने पर जोर देंगे।
दिल्ली सीएम सभी विपक्षी दलों को इस बाबत एक लेटर बुधवार को लिख चुके हैं. उनकी ये चिट्ठी भी सियासी गलियारों में चर्चा का विषय है. चिट्ठी के जरिए उन्होंने साफ कर दिया है कि पटना बैठक में सबसे पहले दिल्ली अध्यादेश पर ही चर्चा करें. उन्होंने कहा है यह अध्यादेश केवल दिल्ली के लिए नहीं है. दिल्ली तो पहला प्रयोग है. अगर इसमें मोदी सरकार को सफलता मिली तो, फिर गैर बीजेपी शासित राज्यों में भी अध्यादेश की आड़ में समवर्ती सूची के विषयों को लेकर केंद्र सरकार अध्यादेश लागू कर उसे अपने नियंत्रत में लेने का काम करेगी. यहां इस बात का भी जिक्र कर दें कि पटना बैठक में सीएम अरविंद केजरीवाल के साथ पंजाब के सीएम भगवंत मान, और आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह भी शामिल होंगे. आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेता गुरुवार दोपहर तीन बजे दिल्ली से पटना के लिए रवाना हो जाएंगे. जानकारी के मुताबिक आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल विपक्षी दलों की बैठक शुरू होने से पहले सीएम मान और सांसद संजय सिंह के साथ पटना साहिब का दर्शन करने के लिए जा सकते हैं।
तीनों नेताओं की योजना पटना साहिब पहुंचकर मत्थ टेकने की है. इसके अलावा, दिल्ली सरकार में शिक्षा मंत्री आतिशी और राघव चड्ढा विपक्षी दलों की बैठक में शामिल होंगे या नहीं, इसको लेकर अभी तक पार्टी की ओर से कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है.बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सियासी गहमागहमी चरम पर है. कल यानी 23 जून को बिहार की राजधानी पटना में विपक्षी एकता को केंद्र में रखते हुए सियासी दलों का महाकुंभ होने वाला है. मोदी सरकार और बीजेपी को केंद्र की सत्ता से बेदखल करने, दिल्ली अध्यादेश, बेरोजगारी, महंगाई, उग्र राष्ट्रवाद सहित कई जन विरोधी नीतियों के खिलाफ सीएम नीतीश कुमार के आह्वान पर सभी दलों के नेता पटना बैठक में मंथन करेंगे. विपक्षी दलों के नेता पटना बैठक में बीजेपी को घेरने की रणनीति पर चर्चा करेंगे।