विपक्षी एकता को धार देने महाराष्ट्र पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उद्धव ठाकरे से मुलाकात के बाद एनसीपी प्रमुख शरद पवार से भी मिले। इस सियासी मुलाकात में सीएम नीतीश के साथ साथ बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह भी मौजूद रहे। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच विपक्षी एकजुटता को लेकर चर्चा हुई।शरद पवार से मुलाकात के बाद सीएम नीतीश ने कहा कि बीजेपी जो कर रही है वह कहीं से भी देशहित में नहीं है, इसलिए हम चाहते हैं कि बीजेपी के खिलाफ सभी विपक्षी दल एकजुट हों। नीतीश ने दावा किया कि महाराष्ट्र दौरे के दौरान सभी दलों से बातचीत हुई है और विपक्ष को एकजुट करने पर सबकी सहमति हो रही है।
उन्होंने कहा कि जल्द ही साथ बैठकर निर्णय ले लिया जाएगा और अब सब कुछ देशहित में होने जा रहा है।इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश ने महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे से मुलाकात की। उद्धव ठाकरे से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा था कि हम चाहते हैं ज्यादा से ज्यादा पार्टियां एकजुट हों, केंद्र कोई काम नहीं कर रही है। साथ मिलकर हम देश को आगे लेकर जाएंगे। ये लोग देश का इतिहास मिटा रहे हैं। केंद्र को देश से कोई मतलब नहीं है। अपने तरीके से सब चीजों को बदल रहे हैं। हम सभी पार्टियों के साथ जल्द ही बैठक करेंगे। नीतीश कुमार से साफ शब्दों में कहा कि उन्हें पीएम नहीं बनना है और जो भी पीएम बनेंगे उनको सपोर्ट करेंगे।बता दें कि एनडीए से अगल होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार देशभर के विपक्षी दलों को बीजेपी के खिलाफ एकजुट करने की मुहिम में जुटे हैं।
अपने इसी मुहिम के तहत गुरुवार को सीएम महाराष्ट्र पहुंचे और वहां पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे से मुलाकात के बाद एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात की। इससे पहले मंगलवार को सीएम नीतीश ने ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक से मुलाकात की थी। इसके बाद सीएम रांची पहुंचे थे और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से विपक्षी एकजुटता को लेकर बातचीत की थी।