पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने हाल ही में हुई इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को इंडिया अलायंस की ओर से प्रधानमंत्री पद का चेहरा बनाने का प्रस्ताव रखा था. आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इसका समर्थन किया था. इसको लेकर गठबंधन के नेताओं के नाराज होने के कयास लगाए जा रहे हैं.इस बीच एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया. पवार ने कहा कि पीएम चेहरे का फैसला लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद ही किया जाना चाहिए. वहीं, कांग्रेस ने भी अब इस मुद्दे पर अपनी चुप्पी तोड़ी है. पार्टी के मीडिया विभाग के प्रमुख और राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने पवार से सहमति जताई है.’उन्होंने कहा, “मैं भी उनसे (शरद पवार) सहमत हूं।
कांग्रेस का हमेशा से मानना रहा है कि पीएम पद के चेहरे की घोषणा तुरंत नहीं की जानी चाहिए. भारत में राष्ट्रपति प्रणाली नहीं हैं. हम पहले चेहरा तय नहीं करेंगे. हम चुनाव के नतीजे का इंतजार करेंगे.”न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक जयराम रमेश ने इस बहस में शामिल होने से इनकार कर दिया कि क्या कांग्रेस खरगे को पीएम चेहरे के रूप में लेकर असहज थी और क्या कांग्रेस के सत्ता में आने की स्थिति में राहुल गांधी को उम्मीदवार होना चाहिए.मल्लिकार्जुन खरगे को इंडिया गठबंधन का पीएम का फेस के रूप में पेश करने के ममता बनर्जी के प्रस्ताव के बाद आरजेडी प्रमुख नीतीश कुमार की अलांयस से नाराजगी की खबरें सामने आई थीं. हालांकि, उन्होंने बाद में साफ कर दिया था कि उनके मन में किसी भी पद को लेकर कोई इच्छा नहीं है.वहीं, इस संबंध में कांग्रेस अध्यक्ष खरगे भी अपना रूख साफ कर चुके हैं. खरगे ने इस प्रस्ताव को खारिज करते हुए कहा था कि हमें पहले चुनाव जीतने पर ध्यान देना चाहिए।