Parliament Winter Session के दौरान Lok Sabha से सस्पेंड होने के बाद दानिश अली ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि लोकसभा से अपने समेत 49 विपक्षी सांसदों के निलंबन पर दानिश अली कहते हैं, “यह अजीब है कि अध्यक्ष कहते हैं कि हमें निलंबित किया जा रहा है क्योंकि हमने संसदीय मर्यादा का उल्लंघन किया है. सरकार से सवाल पूछना कैसे संसदीय मर्यादा उल्लंघन की श्रेणी में आता है?”सितंबर में लोकसभा के विशेष सत्र के दौरान अपने साथ हुए वाकये का जिक्र करते हुए दानिश अली ने कहा- जब सदन में गालियां दी गईं तो इसका उल्लंघन नहीं हुआ, उस सांसद को न तो निलंबित किया गया और न ही उसके खिलाफ कोई कार्रवाई की गई।

बसपा के पूर्व नेता ने कहा कि ‘जिस भाजपा सांसद के पास पर हमलावर सदन में घुसे, उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई. कोई बयान मत दीजिए. मुझे समझ नहीं आता कि सरकार से सवाल पूछना कब उल्लंघन माना जाएगा’दानिश अली के अलावा सपा सांसद डिंपल यादव को भी निलंबित किया गया है. अपने सस्पेंशन पर उन्होंने कहा- “आज लगभग 40 से ज्यादा सांसद निलंबित हुए हैं. कल भी लोकसभा और राज्यसभा में मिलाकर 80 से ज्यादा सांसद निलंबित हुए. यह लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है. जो वातावरण हम देख रहे हैं, जहां हम संसद में अपनी बात नहीं रख पा रहे हैं वह सरकार की पूरी विफलता को दर्शाता है।

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