तेजस्वी यादव को बिना देर किए हुए इस्तीफा देना चाहिए। वो चार्जशीटेड उपमुख्यमंत्री हैं। इसी सरकार में जीतन राम मांझी हो या मेवालाल चौधरी हैं जब उन पर केस हुआ था तो इस्तीफा ले लिया गया था आज ऐसा क्यों नहीं किया जा रहा है। यह सवाल भाजपा के नेता संजय इस तरह की की तरफ से पूछा जा रहा है।दरअसल, बिहार विधानसभा मानसून सत्र के दूसरे दिन सदन के अंदर और बाहर भाजपा के तरफ से तेजस्वी यादव के इस्तीफा देने की मांगों को लेकर हमला बोला जा रहा है। इसी कड़ी में अब भाजपा नेता संजय सरावगी और हरी भूषण ठाकुर ने तेजस्वी यादव से इस्तीफे की मांग की है। संजय सरावगी ने कहा है कि- तेजस्वी को बिना कोई शर्त इस्तीफा देना चाहिए।
यह वही मुख्यमंत्री है जो एक एफआईआर होने पर इस्तीफा ले लेते थे। लेकिन आज चार्जशीट दाखिल व्यक्ति को भी अपनी गाड़ी में घुमा रहे हैं क्योंकि उन्हें अपनी कुर्सी बचानी है। अगर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग करेंगे तो फिर उनकी कुर्सी भी नहीं बचेगी इसलिए वह ऐसा नहीं कर रहे हैं।इसके आलावा भाजपा के विधायक हरिभूषण ठाकुर बेचौल ने कहा कि- मुख्यमंत्री जी डर गए हैं। वह अपना संतुलन खो चुके हैं इसलिए आज वो कुछ भी नहीं बोल रहे हैं। यह सीएम लोगों ने इस्तीफा लेते हैं आज जब बारी आई है तो साथ में गाड़ी में घुम रहे हैं और एक बार भी कुछ नहीं बोल रहे हैं। वो कहते हैं कि, कोर्ट में सजा का ऐलान नहीं हुआ है।इधर, इस मामले में राजद के विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि, लालू सब के गुरु है। महागठबंधन में नीतीश कुमार मुख्यमंत्री है। लेकिन यूथ के आइकन तेजस्वी है और लालू सब के गुरु है। भाजपा के नेता क्या बोलते हैं और क्या कहते हैं यह आजकल सबको मालूम है, वो लोग जानबूझकर परेशान और डराने का काम कर रहे हैं, लेकिन इससे हमलोग डरने वाले नहीं है।