पूरे देश में आजकल यूपी राज्य का चर्चा हो रहा है कारण यह है की बीते दिन जिस तरीके से अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की पुलिस कस्टडी में तीन युवकों के द्वारा हत्या कर दिया गया था।जिसके बाद अब देश के तमाम विपक्ष पार्टी के नेता सीएम योगी की सरकार पर हमलावर हो गए हैं। इसी सिलसिले में आज तेजस्वी यादव ने भी यूपी पुलिस को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा कि यहां हुई घटना बताती है कि यह दो लोगों का जनाजा नहीं निकल रहा है, बल्कि यूपी पुलिस का,कानून का जनाजा निकल गया है।
आज दिल्ली से आपस पटना आने के बाद डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने मीडिया को संबोधित करने में दौरान अतीक अहमद को अतीक जी के नाम से संबोधित किया। बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी ने कहा कि हमें अतीक जी से कोई सहानुभूति नहीं है। जो लोग भी अपराधी हैं या अपराध है,अपराध या अपराधी हैं उनका खात्मा होना चाहिए लेकिन उसके लिए कानून और संविधान है,कोर्ट है। हमने इस देश में देखा है कि प्रधानमंत्री के हत्यारों का भी ट्रायल हुआ और सजा मिली।आगे तेजस्वी ने कहा कि यही मामला अगर गैर बीजेपी शासित राज्यों में होता तो पूरी बीजेपी और सारी मीडिया इसके पीछे पड़ जाती है। पुलिस कस्टडी में अगर सबसे ज्यादा हत्या हुई है तो यूपी में हुआ है। लेकिन इस पर कोई बात नहीं होती है।वहीं सत्यापाल मलिक के द्वारा किए गए खुलासे पर भी बात करते हुए तेजस्वी ने कहा की उन्होंने सरकार के काम की सारी सच्चाई खोल कर रख दी है। लोगों के सामने पूरी सच्चाई आनी चाहिए, जिसमें मीडिया के लोग ही बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।बीजेपी नेताओं द्वारा बिहार में योगी मॉडल लागू करने की मांग पर तेजस्वी ने चुटकी लेते हुए कहा कि पहले यह बताइए कि किस बीजेपी नेता ने यह मांग की है। बिहार में बीजेपी का कोई नेता भी है क्या। तेजस्वी यादव के अतीक जी कहने वाले बयान को लेकर अब लोग सीधे इस बयान को मुस्लिमों के वोट बैंक से जोड़कर देख रहे है।