पटना के नौबतपुर स्थित तरेत में चल रहे 5 दिवसीय हनुमंत कथा का आज तीसरा दिन है। कथा का समापन 17 मई को होगा। आज बागेश्वर वाले बाबा आचार्य धीरेंद्र शास्त्री का दिव्य दरबार लगा। जिसमें लाखों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। कई श्रद्धालुओं की बाबा ने पर्ची निकाली। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने यह घोषणा किया कि वे एक बार फिर बिहार आएंगे और दिव्य दरबार लगाएंगे। इस बार सितंबर महीने में वे बिहार के गया जिले में आएंगे और वहां दरबार लगाएंगे। उम्मीद है कि वहां भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ेंगी।
बाबा की इस घोषणा के बाद दिव्य दरबार में बैठे श्रद्धालुओं में खुशी झलकने लगी। दिव्य दरबार के दौरान धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि अगर किसी को हिंदुओं में एकता देखनी हो तो वह बिहार आकर देखे। बिहार के लोगों के बारे में न जाने क्या क्या कहा जाता था लेकिन बिहार के लोग वैसे नहीं है बल्कि यहां भक्ती से भरे हुए लोग हैं। ऐसा लग रहा है कि भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की ज्वाला बिहार में धधक रही है। उन्होंने कहा कि बिहार के पागलों को इधर-उधर भटकने की जरूरत नहीं है। एक दिन ऐसा समय आएगा कि पूरा भारत राममय हो जाएगा।
बता दें कि धीरेंद्र शास्त्री के दौरे से पहले ही बिहार की राजनीति गर्म हो गई थी। आरजेडी समेत अन्य सत्ताधारी दलों ने बाबा बागेश्वर के बिहार दौरे पर आपत्ति जताई थी जबकि भारतीय जनता पार्टी और अन्य हिंदू संगठन धीरेंद्र शास्त्री के समर्थन में मजबूती के साथ खड़े रहे। पटना पहुंचने पर जब पंडित धीरेंद्र शास्त्री से मीडिया ने सवाल पूछा कि वे हिंदू-मुस्लिम की बात करते हैं तब उन्होंने कहा कि वे हिंदू-मुस्लिम नहीं बल्कि हिंदू-हिंदू करने आए हैं।