मुंबई में 31 अगस्त और एक सितंबर को इंडिया गठबंधन की बैठक हुई थी और सीट शेयरिंग को लेकर सभी पार्टियों को राज्यों में तालमेल करने के निर्देश दिए गए थे. बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं और किसे कितनी सीटें दी जाएंगी यह अभी तय नहीं हुआ है, लेकिन पार्टियों ने इशारों-इशारों में दावा करना शुरू कर दिया है. ऐसी चर्चा है कि सीटों को लेकर महागठबंधन में बवाल होना तय है. आसानी से बहुत कुछ नहीं होने वाला है. सीपीआईएमएल ने अपनी तैयारी के बारे में बताया है.कुछ दिन पहले ही भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को सूची तैयार करके पत्र भेजा था. सोमवार (11 सितंबर) को दीपांकर भट्टाचार्य ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि हमने सीटों की डिमांड नहीं की है. पत्र में हमने यह लिखा है कि 2020 में बिहार में हमारी पार्टी मजबूत हुई है. 12 विधायक हमारे जीत कर आए हैं. उनमें 9 लोकसभा सीटों पर हमारी मजबूती दिख रही है।
उन 9 लोकसभा सीटों की सूची हमने लालू प्रसाद यादव को दी है. उन्होंने कहा कि इसे सीटों की डिमांड नहीं समझें, हमने सिर्फ अपनी मजबूती के बारे में बताया है.दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि 2019 में कांग्रेस को मात्र एक सीट आई थी. 39 सीटों पर एनडीए गठबंधन ने जीत दर्ज की थी. इस बार हमने अभी तक छह सीटों पर जोर-शोर से तैयारी की है. उन छह सीटों पर बड़े-बड़े सम्मेलन भी किए हैं जिसमें जनता का उत्साह भी काफी देखने को मिला है. उन्होंने छह सीटों का नाम बताया. कहा कि सीवान, जहानाबाद, आरा, काराकाट, बक्सर और पाटलिपुत्र लोकसभा सीटों पर तैयारी अच्छी है।जी20 शिखर सम्मेलन पर दीपांकर भट्टाचार्य ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला और कहा कि जिस तरह से दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन के नाम पर लॉकडाउन किया गया, गरीबों की झोपड़ियां हटाई, कई जगह झोपड़ियों के आगे पर्दा लगाया गया यह पूरी तरह गलत है. भारत गरीब देश है यह सब जानते हैं फिर जानबूझकर यह दिखाने का कि हम अमीर हैं यह कहां तक सही है? उन्होंने कहा कि हमें लगता है गरीबों के साथ शिखर सम्मेलन में मजाक किया गया है।