जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के तहत सीएम नीतीश आज आम लोगों की फरियाद सुन रहे हैं। बड़ी संख्या में लोग अपनी शिकायत लेकर जनता दरबार पहुंचे हैं। इसी दौरान कुछ ऐसा हुआ कि जनता दरबार में मौजूद अधिकारियों के पसीने छूट गए। सीएम ने सचिव और पटना डीएम समेत अन्य अधिकारियों को लाइन में खड़ा कर उनकी क्लास लगा दी। इस दौरान सीएम तेजस्वी यादव को बुलाते रहे लेकिन वे नहीं आए।दरअसल, जनता दरबार में पटना के पुनपुन से आए शख्स ने सड़क के चौड़ीकरण को लेकर अपनी समस्या सीएम को सुनाई। फरियादी की समस्या सुनकर सीएम हैरान रह गए और संबंधित विभाग के अधिकारियों को तलब किया। मामला चिनिया बेला-पुनपुन सड़क के चौड़ीकरण से जुड़ा था।
सीएम ने कहा कि, ‘हम तो केतना बार फोन करके सबको समझाए हैं..आखिर इ क्या हो रहा है…हम तो इतना कहे हुए हैं सबको.. बुलाइ तो जरा पथ निर्माण विभाग के अधिकारी और उनको (तेजस्वी) भी बुलाइए… ग्रामीण कार्य विभाग वाले को… पटना डीएम को भी बुलाइए’।सीएम नीतीश के गुस्से को देख पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, ग्रामीण विकास विभाग के सचिव एन. सरवण कुमार, पटना कमिशनर कुमार रवि, पटना डीएम चंद्रशेखर समेत संबंधित विभाग के अधिकारी भागे भागे सीएम के पास पहुंचे, जिसके बाद नीतीश ने लाइन में खड़ा कर अधिकारियों की क्लास लगा दी। इस दौरान सीएम के सामने बैठे पथ निर्माण विभाग के मंत्री तेजस्वी यादव नीतीश का मुंह देखते रह गए।सीएम ने पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत से कहा कि, ‘आप तो केतना बार हमारे साथ गए हैं। केतना बार हम कहे हैं सड़क के चौड़ाई के लिए..इ आया है फिर बोल रहा है विजय कुमार…देख न लीजिए.. हम तो बराबर आपलोग को कहते रहे हैं…देख लीजिए और बात समझ लीजिए और कराइए इसको जल्दी’। सीएम की फटकार के बाद अधिकारियों ने भरोसा दिलाया कि जल्द ही सड़क के चौड़ीकरण का काम करा लिया जाएगा, तब जाकर मामला शांत हुआ।