बिहार सरकार की ओर से लड़कियों को प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक में सहायता देने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही है। इसी के तहत ‘मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना’ की शुरुआत कई है। वर्ष 2023 में ही इस योजना की शुरुआत की गई है। इसके तहत जन्म से लेकर स्नातक तक राज्य सरकार कन्या और बाद में बनी छात्रा को आर्थिक और अन्य सहयोग करती है। योजना के प्रति जागरूकता में कमी है। वैसे जो जागरूक है और योजना से अवगत है, वे लाभ के लिए संबंधित विभाग में आवेदन कर भी रहे है।मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत सीतामढ़ी के विभिन्न प्रखंडों में तेजी से आवेदन की जा रही है। इस क्रम में जिला मुख्यालय का डुमरा प्रखंड भी पीछे नहीं है। डुमरा प्रखंड के 425 कन्याओं का निबंधन कराया जा चुका है। यह ताजा आंकड़ा है।
बताया गया है कि डुमरा ग्रामीण परियोजना को वित्तीय वर्ष 23-24 में 708 कन्याओं के निबंधन का लक्ष्य प्राप्त है, जिसके विरूद्ध अबतक 61 फीसदी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सका है। ध्यान रहे कि जिन कन्याओं का निबंधन होगा उन्हें इस योजना के तहत जन्म से लेकर स्नातक होने तक के लिए लाभ देय है।राज्य सरकार ने काफी सोच-विचार इस योजना शुरू की है। बताया गया है कि कन्या भ्रूण हत्या को रोकने, कन्याओं का जन्म निबंधन, टीकाकरण को प्रोत्साहित करना, लिंगानुपात में सुधार करना, बालिका शिशु दर को कम करना, बालिका शिक्षा को बढ़ावा देना, बाल विवाह पर अंकुश लगाना एवं कुल प्रजनन दर में कमी लाना इस योजना का मुख्य उद्देश्य है। इस योजना के तहत कन्या के जन्म निबंधन होने पर दो हजार रुपये, एक वर्ष पूर्ण होने एवं आधार पंजीकरण कराने पर एक हजार रूपये, कन्या के दो वर्ष पूर्ण होने और सम्पूर्ण टीकाकरण के बाद दो हजार रुपये प्रदान किया जाता है।सूबे का कल्याण विभाग उक्त योजना को संचालित करता है। इस विभाग के अधीन आईसीडीएस काम करता है। इसी को उक्त योजना की देखरेख का जिम्मा दिया गया है। इसके तहत ऑनलाइन आवेदन किया जाता है। बताया गया है कि सरकार सेनेटरी नेपकिन के लिए 300 रुपया, एक से दो वर्ष की उम्र तक पोशाक के लिए 600 रुपया, तीन से पांच वर्ष तक की उम्र वाली कन्याओं को 700 रुपया, छह से आठ वर्ष तक की उम्र वाली कन्याओं को 800 रुपया और उससे ऊपर की उम्र की छात्राओं को 1500 रुपया मिलता है।स्नातक पास करने पर सरकार छात्राओं को एकमुश्त 25 हजार रुपये देती है। हालांकि यह लाभ उन्हीं छात्राओं को मिलता है, जिनकी शादी नही हुई हो। यानी स्नातक पास होने तक अविवाहित हो। डुमरा ग्रामीण की सीडीपीओ कामिनी कुमारी ने बताया कि मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के क्रियान्वयन में तेजी लायी गयी है। इसके लिए सभी पर्यवेक्षिकाओं को निर्देश दिया गया है। उन्हें अधिक से अधिक कन्याओं का निबंधन कराने की जिम्मेवारी सौंपी गई है। आमजन में योजना के प्रति जागरूकता बढ़ी है।