लैंड फॉर जॉब मामले में करीब छह घंटे तक राबड़ी देवी से ईडी ने पूछताछ की। छह घंटे की पूछताछ के बाद पूर्व सीएम राबड़ी देवी ईडी दफ्तर में बाहर निकली। मिली जानकारी के अनुसार ईडी ने उनकी संपत्ति के बारे में पूछताछ की।बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव पर रेलवे में नौकरी लगवाने के बदले जमीन लेने का आरोप है। इसी मामले में ईडी ने उनकी पत्नी राबड़ी देवी से पूछताछ की। दिल्ली स्थित ईडी दफ्तर में बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी सुबह करीब 10.45 पर पहुंची थी। ईडी ने करीब 6 घंटे राबड़ी देवी से पूछताछ की।
जानकारी हो कि, राबड़ी देवी मंगलवार को ही पति और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के साथ दिल्ली गई थीं। इसके बाद आज यानि गुरुवार की सुबह उन्हें ईडी दफ्तर में हाजिरी लगानी पड़ी। ईडी की टीम इनसे लालू यादव के रेल मंत्री रहते हुए घोटाले के बारे में पूछताछ की है। इससे पहले इसी मामले में इनकी बिटियां और छोटे बेटे तेजस्वी यादव से भी ईडी की टीम पूछताछ कर चुकी है। मालूम हो कि, लालू यादव से जुड़े इस कथित घोटाले में पहले भी लालू परिवार के कई सदस्यों और करीबी लोगों से पूछताछ हो चुकी है। इस मामले में सीबीआई ने अक्टूबर 2022 में पूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद, उनकी पत्नी राबड़ी देवी के अलावा 14 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था।
इस मामले में राबड़ी देवी के अलावा लालू प्रसाद यादव , उनकी दो बेटियां (मीसा भारती और हेमा यादव) के अलावा 12 अन्य लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर हैं। यह मामला लालू प्रसाद के 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री रहने के दौरान उनके परिवार को तोहफे में जमीन दे कर या जमीन बेचने के बदले में रेलवे में कथित तौर पर ‘ग्रुप-डी’ की नौकरी दिए जाने से संबंधित है। इसमें कहा गया है कि लालू यादव अपने रेल मंत्री रहते हुए रेलवे के विभिन्न जोन में लोगों को बिना कोई विज्ञापन नहीं निकाले ग्रुप-डी पदों पर नियुक्त किया गया और इसके बदले में उन लोगों ने या उनके परिवार के सदस्यों ने लालू यादव और एके इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी के नाम पर अपनी जमीन दी। बाद में इस कंपनी का स्वामित्व प्रसाद के परिवार के सदस्यों ने अपने हाथ में ले लिया था।