शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक पर शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर ने गुरुवार को कहा कि कोई भी शिक्षकों पर असंसदीय शब्द का इस्तेमाल करेगा तो उस पर सरकार समीक्षा करके कार्रवाई करेगी. शिक्षा मंत्री ने कहा कि केके पाठक का काम करने के तरीके से किसी को कोई आपत्ति नहीं है. केके पाठक संस्थानों को ठीक करने के लिए काम कर रहे हैं तो कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए, लेकिन हमारे शिक्षक राष्ट्र निर्माता है, उनके सम्मान का हर समय ख्याल रखना है, इसलिए शिक्षकों को अपमानित करने का अधिकार किसी को भी नहीं है.मंत्री प्रो. चंद्रशेखर ने कहा कि शिक्षक का जो काम है वह वो करेंगे और इसके लिए केके पाठक भी मुस्तैद हैं. हमको नहीं लगता है कि वह कुछ गलत कर रहे हैं, लेकिन हां एक बात है कि कोई असंसदीय शब्द का प्रयोग करता है तो उस पर सरकार समीक्षा करेगी और कार्रवाई करेगे ।
बता दें कि कुछ दिन पहले शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक का एक वीडियो वायरल हो रहा था, जिसमें एक शिक्षक को कह रहे थे कि प्रिंसिपल काम कर रहा है और तुम बाहर खड़े हो, इडियट अंदर जाओ. इस वीडियो के बाद शिक्षकों में रोष देखा जा रहा था और कई तरह के सवाल उठने लगे थे.वहीं, शिक्षा विभाग इन दिनों काफी सुर्खियों में हैं. अभी विभाग द्वारा बोरा को लेकर दिए गए निर्देश की भी काफी चर्चा हो रही है. अब शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूल के हेडमास्टर को नया टास्क दिया है. सरकार स्कूल के हेडमास्टर को बोरा बेचने का आदेश जारी किया गया है. मिड डे मील के लिए आपूर्ति किए गए खाद्यान्न के खाली बोरे का पहले बेचने का रेट 10 रुपये लेकिन अब इसे बढ़ाकर 20 रुपये कर दिया गया है. वहीं दूसरी ओर शिक्षक संघ इसका विरोध भी कर रहा है. दरअसल, शिक्षा विभाग की ओर से आदेश 14 अगस्त को जारी किया गया है. अब ऑर्डर का पता चला है जिसके बाद मामला सामने आया है. शिक्षा विभाग के निदेशक मिथिलेश मिश्रा ने सभी जिलों को इस संबंध में पत्र लिखा है।