दिल्ली के यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर में 9वें जी20 संसदीय अध्यक्ष शिखर सम्मेलन (पी20) का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया. इस दौरान पीएम मोदी ने समारोह में बोलते हुए आतंकवाद के मसले पर बात की और कहा कि भारत कई सालों से सीमा पार आतंकवाद का सामना कर रहा है. इसके बाद यूरोपीय संघ ने भी P20 शिखर सम्मेलन में इजराइल पर हमास के आतंकवादी हमले का मुद्दा उठाया.यूरोपीय संघ के वाइस प्रेसिडेंट निकोला बीयर ने कहा कि हमास का राजनीतिक और वित्तीय समर्थन बंद किया जाए. इजराइली नागरिकों पर हमास के हालिया आतंकवादी हमलों ने दुनिया को चौंका दिया है. यह अकल्पनीय हिंसा की अभिव्यक्ति है, जो आतंकवादी निर्दोष लोगों के खिलाफ करते हैं. यह हमारी सुरक्षा की भावना और विश्वास की भावना को हिला देता है.उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट है कि हमास के पास सरकार का समर्थक हैं. हमें सभी तरह का राजनीतिक और वित्तीय समर्थन बंद करना होगा. आतंकवाद का प्रभाव पूरी दुनिया पर पड़ सकता है।
वहीं, पीएम मोदी ने 2001 में संसद पर हुए आतंकी हमले को याद करते हुए कहा कि करीब 20 साल पहले आतंकवादियों ने हमारी संसद को निशाना बनाया था. उस समय सत्र चल रहा था।पीएम ने कहा कि दुनिया यह भी समझ रही है कि आतंकवाद उसके लिए कितनी बड़ी चुनौती है और यह मानवता के खिलाफ है. दुनिया की संसदों और उनके प्रतिनिधियों को इस पर विचार करना होगा कि आतंकवाद के खिलाफ इस लड़ाई में कैसे मिलकर काम किया जाए. मोदी ने शांति और साथ मिलकर आगे बढ़ने पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा कि यह सबके विकास का समय है.दरअसल, पी20 सम्मेलन एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य के लिए संसद थीम पर हो रहा है. जी20 देशों की संसदों के पीठासीन अधिकारी सम्मेलन में भाग ले रहे हैं. इस दो दिवसीय वैश्विक कार्यक्रम के दौरान 25 स्पीकर्स, 10 डिप्टी स्पीकर समेत 50 संसद सदस्य समेत अन्य लोग हिस्सा लेने वाले हैं. पैन अफ्रीकी संसद भी पहली बार भारत में जी20 कार्यक्रम में भाग लेगी।