तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म पर दिए गए विवादित बयान को लेकर उत्तर प्रदेश के रामपुर में एफआईआर दर्ज की गई है. स्टालिन पर केस दर्ज होने के बाद इस पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने प्रतिक्रिया दी है. केशव मौर्य ने कहा है कि अगर किसी की भावना आहत हुई है तो वो एफआईआर दर्ज करा सकता है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस देश में ऐसी टिप्पणियों के लिए कोई जगह नहीं है.गौरतलब है कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और मंत्री उदयनिधि ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया से करते हुए कहा था कि इसका विरोध नहीं, बल्कि इसे पूरी तरह खत्म कर दिया जाना चाहिए. उदयनिधि के बयान का कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियंक खरगे ने समर्थन किया था. इसे लेकर दोनों पर रामपुर में मुकदमा दर्ज हुआ है. रामपुर पुलिस ने अपने बयान में बताया कि सिविल लाइंस कोतवाली में वकील हर्ष गुप्ता और राम सिंह लोधी ने उदयनिधि स्टालिन और प्रियंक खरगे के खिलाफ मुकदाम दर्ज कराया है।
उदयनिधि और प्रियंक खरगे के खिलाफ 300/2023 धारा 153A, 295A अभियोग पंजीकृत किया गया है.वहीं मुकदमा दर्ज करवाने वाले वकील हर्ष गुप्ता ने कहा, “चार सितंबर को अखबारों में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन की ओर से सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया से करते हुए उसे खत्म किए जाने की जरूरत बताए जाने संबंधी एक समाचार प्रकाशित हुआ था. हम लोग सनातन धर्म के अनुयायी होने के कारण अपने धर्म के प्रति इस प्रकार के अभद्र भाषण से धार्मिक भावनाओं को अत्यधिक आघात पहुंचा है. उक्त व्यक्तियों की ओर से जानबूझकर विद्वेषपूर्ण दिए गए बयानों से धर्म के आधार पर अलग-अलग समूहों के बीच शत्रुता और सौहार्द पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है, जिसके चलते मुकदमा दर्ज कराया है।