नीतीश कुमार का बीजेपी प्रेम नहीं छलक रहा है, बल्कि छक्का-पंजा की लड़ाई चल रही है। जब-जब लालू यादव, नीतीश पर लगाम कसते हैं, तब वे कहते हैं कि मैं बीजेपी में चला जाऊंगा। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को डराने के लिए नीतीश ऐसा कह रहे हैं। लेकिन नीतीश कुमार इस बार अच्छी तरह से समझ लें कि उनके लिए भाजपा का गेट बंद है। यह बातें केंद्रीय मंत्री सह बेगूसराय सांसद गिरिराज सिंह ने कही है। दरअसल, जब गिरिराज सिंह ने पत्रकारों ने सवाल किया कि नीतीश कुमार का एक बार फिर बीजेपी प्रेम छलक रहा है। मोतिहारी में भाजपा के साथ अपने पुराने रिश्तों को याद किया है। उसके बाद इसका जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि – उनके लिए पार्टी के सभी दरवाजे खिड़की बंद हैं। वे लालू यादव को डराने के लिए ये बोल रहे हैं। नीतीश कुमार पर जब-जब लालू यादव लगाम कसते हैं, तब वे कहते हैं कि मैं बीजेपी में चला जाऊंगा।
गिरिराज ने कहा कि नीतीश ‘मैं मायके चली जाऊंगी, तुम देखते रहियो’ कहकर लालू को डराते हैं।इसके आगे उन्होंने कहा कि- अब नीतीश कुमार के पास बचा क्या है, बीजेपी का दरवाजा उनके लिए बंद है। अटलजी को मरे हुए कितने साल हुए, लेकिन अब जाकर वे उनकी समाधि पर श्रद्धांजलि देने गए। इसी तरह लालू यादव को डराने के लिए इस साल उन्हें दीनदयाल उपाध्याय याद आए। इसलिए वो ये सबकुछ लालू जो को डराने के लिए कर रहे हैं।लालू जी नीतीश कुमार को हटाकर तेजस्वी को सीएम बनाना चाहते हैं, इसलिए ऐसा हो रहा है। इसके आलावा गिरिराज सिंह ने दावा किया कि लोकसभा चुनाव के सीट बंटवारे को लेकर लालू यादव और नीतीश कुमार के बीच तालमेल नहीं बैठ रहा है। इसी लिए नीतीश बार-बार बीजेपी में जाने की बात कह कर लालू को डरा रहे हैं। दूसरी ओर, लालू अपने बेटे तेजस्वी यादव के लिए चिंतित है, कि कहीं वो आधे रास्ते में मुख्यमंत्री बनते-बनते न रह जाएं। यही सब वजह है जो ऐसा बोल रहे हैं नीतीश कुमार। उधर, गिरिराज सिंह ने यह भी कहा कि यदि लालू जी कभी मिलने बुलाते हैं तो हम तो उनको यही समझाएंगे कि नीतीश कुमार को धक्का देकर बाहर कीजिए और अपने बेटे को गद्दी पर बैठाइए। नहीं तो नीतीश गद्दी देने वाले नहीं हैं। क्योंकि वे अंग्रेजों के जमाने के सत्ता परस्त हैं।