नेताओं द्वारा बिहार में दी जा रही इफ्तार पार्टी आजकल पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है।सबसे ज्यादा बिहार की इफ्तार पार्टी की चर्चा पिछले साल हुई थी क्योंकि तेजस्वी के द्वारा दी गई इफ्तार पार्टी ने बिहार के सरकार को बदल दिया था।इस साल भी पिछले साल के तर्ज पर तेजस्वी यादव के तरफ से बीते दिन हीं इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया था।इस आयोजन में बीजेपी पार्टी के नेताओं और उपेंद्र कुशवाहा को छोड़कर बिहार के सभी दल के नेताओं की मौजूदगी देखने को मिली थी।
अब इस इफ्तार पार्टी के आयोजन के बाद फिर बिहार की राजनीति में एक नया वाक्या देखने को मिल रहा है।दरअसल में इफ्तार पार्टी के बाद बिहार का सियासी समीकरण बनता और बिगड़ता नजर आ रहा है।तेजस्वी यादव की इफ्तार पार्टी में चिराग पासवान नीतीश के सामने नतमस्तक क्या हुए नीतीश के पार्टी जेडीयू की तरफ से उन्हें महागठबंधन में आने का अब ऑफर मिलने लगा।आपको बताते चले की जेडीयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने चिराग पासवान को महागठबंधन में आने का खुला ऑफर दे दिया है।अभी तक तो चिराग पासवान बीजेपी को समर्थन करते आए है लेकिन अब बिहार में कयासों का सिलसिला शुरू हो चुका है की चिराग पासवान महागठबंधन का हिस्सा बन सकते है।
अब जेडीयू के तरफ से मिले ऑफर पर लोजपा(रामविलास) के तरफ से यह कहा जा रहा है की नीतीश से चिराग का कोई व्यक्तिगत नहीं बल्कि राजनीतिक मतभेद है।इधर बीजेपी चिराग पासवान के इफ्तार पार्टी में जाने से काफी नाराज है।बीते दिन हुई राबड़ी देवी के आवास पर आरजेडी की इफ्तार पार्टी में भी सियासी समीकरण बदलने के संकेत साफ-साफ दिखने लगे हैं।तेजस्वी इफ्तार पार्टी में पहुंचे चिराग पासवान ने सीएम नीतीश कुमार के पैर छूकर आशीर्वाद लिए थे, तो इसकी भी बीते दिन से हीं खूब चर्चा हो रही है।हालांकि चिराग पासवान महागठबंधन में शामिल होंगे या बीजेपी में उनके तरफ से इसपर किसी भी तरह का अभी बयान सामने नहीं आया है।