महिला आरक्षण विधेयक (नारी वंदना शक्ति अधिनियम बिल) पर राज्यसभा में आज चर्चा के दौरान सरकार का पक्ष बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा रख रहे थे, लेकिन उन्हें बीच में कांग्रेस प्रेसिडेंट और नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने टोक दिया.ये उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने देखा तो उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता खरगे कुछ बोलना चाहते हैं. खरगे ने नारी वंदना शक्ति अधिनियम बिल के क्रियान्यवयन में होने वाले देरी को लेकर संत कबीर दास का दोहा कहा, ”काल करे सो आज कर, आज करे सो अब. पल में प्रलय होएगी, बहुरि करेगा कब है.” जेपी नड्डा ने राज्यसभा में बृहस्पतिवार को कहा कि महिला आरक्षण बिल पारित हो जाता है तो 2029 में लोकसभा में 33 प्रतिशत महिलाओं की मौजूदगी सुनिश्चित हो जाएगी।
नड्डा ने कहा कि महिलाओं के लिए एक तिहाई आरक्षण सुनिश्चित करने के लिए केंद्र सरकार ने जो रास्ता चुना है, वह सबसे छोटा और सही रास्ता है. विपक्षी दलों के विधेयक को अभी ही लागू किए जाने की मांग का जिक्र करते हुए नड्डा ने कहा कि कुछ संवैधानिक व्यवस्थाएं होती हैं. सरकारों को संवैधानिक तरीके से काम करना होता है. उन्होंने कहा कि इसके लिए दो चीजें आवश्यक हैं, पहला, जनगणना और फिर न्यायिक निकाय के माध्यम से जन सुनवाई. जेपी नड्डा ने कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘मैं सरकार में हूं और वायनाड को आरक्षित कर दूं तो? अगर मैं अमेठी को आरक्षित कर दूं तो? अगर मैं रायबरेली को कर दूं तो? कलबुर्गी को कर दूं तो.’’ दरअसल वायनाड से कांग्रेस नेता राहुल गांधी और रायबरेली से कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी सांसद हैं. अमेठी से भी राहुल गांधी चुनाव लड़ते रहे हैं।