जी. कृष्णैया हत्याकांड के दोषी आनंद मोहन को जेल से रिहा कराने के बाद क्या जेडीयू अगले चुनाव में उनका राजनीतिक इस्तेमाल करेगी. बीजेपी के इन आरोपों पर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने आज जवाब दिया है. ललन सिंह ने कहा कि बीजेपी नेता सुशील मोदी छपास रोग से पीड़ित है. वे झूठ बोलने वाले गिरोह के सरगना हैं
दरअसल ललन सिंह से ये पूछा गया था कि सुशील मोदी कह रहे हैं कि आनंद मोहन समेत जिन लोगों को जेल से रिहा किया गया है उनका अगले चुनाव में इस्तेमाल किया जायेगा. ललन सिंह ने जवाब दिया- यह सब बकवास है. जेल से जो लोग छूटे हैं उनमें किसी की उम्र 75 साल है तो किसी की 84 साल. उन लोगों का चुनाव में क्या उपयोग हो सकता है. यह सब राजनीति इस्तेमाल हम लोग नहीं करते हैं।
ललन सिंह ने कहा कि सुशील कुमार मोदी छपास रोग से ग्रसित हैं. जैसे किसी छात्र नेता की ख्वाहिश होती है कि हर दिन अखबार में छपना है. वही हाल सुशील मोदी का है. वे हर दिन अखबार में छपना चाहते हैं. ललन सिंह ने कहा-हमको लगता है कि असत्य बोलने वालों का जो गिरोह है, उसके सरगना सुशील मोदी हैं. जेडीयू अध्यक्ष ने कहा कि आनंद मोहन की रिहाई नहीं हुई है. आनंद मोहन को सजा मिली और जो सजा मिलती है उसमें कानूनन परिहार मिलता है, उनको नहीं मिल रहा था और 14 साल के जगह 15 साल जेल में रहे. एक कानून में अड़चन था उसे राज्य सरकार ने हटा दिया. आम और खास का अंतर खत्म किया गया है. आम आदमी की हत्या पर जो सजा कोर्ट से होगी और एक सरकारी कर्मचारी और सरकारी पदाधिकारी में सजा आजीवन रहेगा.यह आम और खास में अंतर होता है. अब तो यह मामला सुप्रीम कोर्ट में है।
ललन सिंह ने जातीय जनगणना को लेकर भी बीजेपी पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि ये जनगणना नहीं बल्कि गणना है. बिहार में सभी पार्टियों की सहमति से जातीय गणना कराई जा रही है. अब भारतीय जनता पार्टी को लग रहा है कि उससे कोई घाटा होने वाला है, वे एक्सपोज होंगे. इसी वजह से परदे के पीछे से बीजेपी मुकदमा करा रही है. भारतीय जनता पार्टी में जो चला जाता है वह वाशिंग मशीन से धूल जाता है. भाजपा के अंदर जितने भ्रष्टाचारी हैं उनमें से किसी पर केंद्र सरकार ने कार्रवाई नहीं की. हम चुनौती देते हैं कि हिम्मत है तो भारतीय जनता पार्टी में शामिल भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई करें।
ललन सिंह ने प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम पर तंज कसते हुए कहा कि देश की बात न करनी चाहिए. मन की बात कर रहे हैं. आप मन के कोई स्वामी हैं? देश में मठ चला रहे हैं. उन्होंने कहा कि आज तक मैंने कभी मन की बात नहीं देखा है. मन की बात इस देश के आदरणीय प्रधानमंत्री करते हैं. इस देश की बहुत सारी समस्याएं हैं. प्रधानमंत्री को बताना चाहिए 9 साल में क्या 18 करोड़ लोगों को रोजगार मिल गया? इस पर कुछ नहीं बोलना है. बेरोजगारी इस देश में बढ़ी है. सरकारी सेवाओं का निजीकरण किया जा रहा है. इस पर प्रतिक्रिया दीजिए।