जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद ललन सिंह (Lalan Singh) अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफाई देने लगे हैं. बीजेपी, जीतन राम मांझी समेत कई नेताओं ने यह आरोप लगाया है कि ललन सिंह की नजदीकी लालू यादव (Lalu Yadav) और तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) से बढ़ने लगी थी. तेजस्वी यादव को ललन सिंह बिहार का सीएम बनाना चाहते थे. बैठक भी हुई थी. इस पर उन्होंने अपनी ओर से सच्चाई बताई है. इस संबंध में उन्होंने शनिवार (30 दिसंबर) को सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर एक पत्र जारी किया है.जारी किए गए पत्र में ललन सिंह की ओर से लिखा गया है कि, “एक प्रमुख समाचार पत्र एवं कुछ न्यूज चैनल्स में प्रमुखता से यह खबर छपी/बताई गई है कि उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने के प्रयास में मेरी अध्यक्ष पद से विदाई हो गई. खबर यह भी छपी है कि 20 दिसंबर को एक मंत्री के कार्यालय में दर्जन भर विधायकों की बैठक हुई जिसमें मैं भी उपस्थित था. खबर में और भी विस्तार से जनता दल (यू) के टूट की प्रक्रिया पर चर्चा की गई है.”ललन सिंह ने आगे लिखा, “यह खबर पूर्णतः भ्रामक, असत्य और मेरी छवि को धूमिल करने वाली है. मैं 20 दिसंबर को मुख्यमंत्री के साथ दिल्ली में था और 20 दिसंबर की शाम में सभी सांसदों के साथ मुख्यमंत्री के दिल्ली आवास पर एक बैठक में शामिल था।
समाचार पत्र ने जानबूझ कर मेरी छवि को धूमिल करने के लिए इस प्रकार की खबर छापी है और नीतीश कुमार के साथ मेरे 37 साल के संबंधों पर भी प्रश्न चिह्न खड़ा किया है.”‘पत्र के माध्यम से इस्तीफे वाली बात पर ललन सिंह ने लिखा, “तथ्य यह है कि मैंने अपने संसदीय क्षेत्र में व्यस्तता के कारण मेरी इच्छा और मुख्यमंत्री की सहमति से अध्यक्ष का पद छोड़ा और नीतीश कुमार ने स्वयं इस दायित्व को लिया. ऐसे भ्रामक समाचार को लिखने वाले और छापने वाले चारों खाने चित्त होंगे. जनता दल (यू) पार्टी के सर्वमान्य नेता नीतीश कुमार के नेतृत्व में एकजुट है. मैंने फैसला किया है कि पटना लौटकर तत्काल संबंधित समाचार पत्र को कानूनी नोटिस दूंगा और मेरी छवि को धूमिल करने के लिए उन पर मानहानि का मुकदमा करूंगा।