बिहार में राज्य सरकार अपने बल पर जाति आधारित गणना करवा रही है. इसको रोकने के लिए इससे संबंधित याचिका पटना हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक दायर की गई लेकिन फैसला राज्य सरकार के पक्ष में ही रहा और गणना जारी है. लगातार इसको लेकर नीतीश सरकार बीजेपी पर हमला भी करती है. एक बार फिर आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने इसको लेकर न सिर्फ केंद्र को घेरा है बल्कि बड़ा बयान भी दिया है.लालू प्रसाद यादव ने कहा कि हम लोगों ने जातीय गणना करवाया है।
केंद्र की सरकार इसे नफरत की दृष्टि से देख रही है. कोर्ट में जाकर ये सरकार विरोध कर रही है. बिना जाति और उसकी आर्थिक स्थिति को जाने हुए अंदाज पर हम उसके लिए क्या योजना बना रहे हैं? लालू यादव ने कहा कि बजट का कुछ हिस्सा दे दिया जैसे लगता है खैरात दे रहे हैं.पटना में शनिवार (26 अगस्त) को यह बातें मनोज मित्ता की एक किताब ‘कास्ट प्राइड’ (Caste Pride Book) के विमोचन के दौरान आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कहीं. जाति आधारित गणना पर आरजेडी सुप्रीमो ने जमकर केंद्र सरकार को सुनाया. आगे उन्होंने कहा कि यह हमारी जाति का अधिकार है.लालू के पहले शुक्रवार (25 अगस्त) को नीतीश कुमार ने जाति आधारित गणना को लेकर बड़ा बयान दिया था. कहा था कि जाति आधारित गणना पूरे देश में रोल मॉडल बनेगा. अब तो कई राज्यों में मांग में उठने लगी है. सभी आंकड़े सार्वजनिक किए जाएंगे. केंद्र पर निशाना साधते हुआ कह दिया कि कुछ लोगों ने जाति आधारित गणना में रोड़ा अटकाने का काम किया है।