बिहार में रविवार की सुबह बेगूसराय और पूर्वी चंपारण में एक-एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई. वहीं मुजफ्फरपुर में शनिवार रात अपराधियों ने करीब 20 सेकेंड में 20 राउंड फायरिंग कर पूरे इलाके को दहला दिया. शुक्रवार सुबह अररिया में एक पत्रकार की गोली मारकर हत्या कर दी गई. इसी सप्ताह एक थानाध्यक्ष की गोली मारकर हत्या हुई. इतना ही नहीं अगर आंकड़ों को देखें तो जुलाई महीने में सिर्फ पटना जिले में एक महीने में 30 से ज्यादा हत्याओं को अंजाम दिया गया. वहीं हर दिन की आपराधिक वारदात को देखा जाए तो राज्य में कई लोगों को गोली मारने की वारदात सामने आती है. लेकिन अपराध की इन गंभीर घटनाओं के बाद भी राज्य में सत्तारूढ़ महागठबंधन में शामिल राजद के नेता इन अपराधों की अलग व्याख्या करते हैं. राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने रविवार को कहा कि रामराज कहीं नहीं है।

बिहार के हत्याएं हुई हैं तो उसके बाद जिन लोगों ने हत्या की उन्हें गिरफ्तार किया गया है. यही सरकार का दायित्व है. देश में या दुनिया में कहीं भी रामराज नहीं है. रामराज में अपराध विहीन जिस समाज की कल्पना की गई है वैसा कहीं नहीं है. उन्होंने राज्य में बढ़ते अपराध के कारणों को गिनाते हुए कहा कि आज बेरोजगारी चरम पर है. गैर बराबरी है. लोगों के मन में विज्ञापन के जरिए लालच पैदा किया जाता है. उसको हासिल करने का कोई जरिया नहीं है. वैसे हालत में अपराध नहीं होगा तो क्या होगा?उन्होंने कहा कि देश में बेरोजगारी है. प्रधानमंत्री ने कहा कि हर साल हम दो करोड़ लोगों को नौकरी देंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ. कहा गया कि किसानों की आमदनी दोगुनी करेंगे लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. शिवानंद ने कहा कि युवाओं की शादी जल्दी हो जाती है. घर के लोग उसने कहते हैं कि पेट काटकर हमने तुम्हें पढ़ाया, अब शादी हो गई तो तुम अपना समझो. ऐसे युवाओं के लिए बीच समुद्र में हाथ मारने वाली स्थिति होती है. ऐसे में लोगों को लगता है कि अपराध की दुनिया में कमाई है या फिर अवैध काम जैसे दारू बेचना और बालू बेचने के काम है इसे किया जाए. लोगों को लगता है कि हम लखपति और करोड़पति बन जाएंगे और आसानी से अपनी अपेक्षाएं पूरी कर लेंगे. अपराध की बढती घटनाओं का कारण यह भी है. उन्होंने कहा कि देश में किस प्रकार की हत्या हो रही है यह देखने की जरूरत है. आज छोटी बच्चियों के साथ बलात्कार हो रहा है. हत्याएं पहले भी होती थी लेकिन आजकल देखा जाता है कि टुकड़े-टुकड़े में काटकर हत्या की जाती है. बेटा ही माता-पिता की हत्या करता है. ऐसी घटनाएं आम हो जा रही हैं. ऐसी घटनाएं क्यों हो रही है इसके पीछे के क्या कारण है. समझ में हिंसा कैसे तेजी से बढ़ रहा है. लोग क्रूर होते जा रहे हैं. इसके बारे में विचार करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि इसके बारे में चर्चा नहीं होती है.प्रतिद्वंद्वी दल भाजपा को निशाने पर लेते हुए शिवानंद तिवारी ने कहा कि विरोधी दल के लोग कुछ भी बोल देते हैं. बिहार में जंगलराज की बातें करते हैं लेकिन भाजपा से हमारा सवाल है कि जहां उनके दल का शासन है क्या वहां रामराज है? इसलिए असली बात यह है कि अपराध होगा. अपराध आप रोक नहीं सकते लेकिन, अपराधी को पकड़ना और इस दंडित करना या राज्य सरकार का काम है और यह किसी भी राज्य सरकार का दायित्व है. शिवानंद ने कहा कि नौजवानों में जो असंतोष है. जो उनके मन में गुस्सा है. उनका जो सपना पूरा नहीं होता है. सामाजिक गैर बराबरी है उसे कैसे मिटाया जाए इसे पर ध्यान देते की जरूरत है. अपराध की घटनाओं के पीछे इस प्रकार के कई कारण हैं जिसे दूर करने की जरुरत है।

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