बिहार में इन दिनों शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक काफी सुर्खियों में हैं. शिक्षा विभाग की स्थिति सुधारने को लेकर लगातार एक्शन में हैं. वहीं, इन सब के बीच बेगूसराय के जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा शुक्रवार को एक तुगलकी फरमान जारी किया गया है. उन्होंने अपने आदेश मे साफ तौर पर कहा है कि कोई भी शिक्षक स्कूल मे दाढ़ी बढ़ा कर नहीं जाएंगे।
निरीक्षण के दौरान यदि वो पकड़े जाएंगे तो एक दिन का वेतन काट लिया जाएगा. वहीं, शिक्षिकाओं के वस्त्र को लेकर भी फरमान जारी किया गया है. इस आदेश की हर तरफ काफी चर्चा हो रही है.बेगूसराय के जिला शिक्षा पदाधिकारी ने आदेश जारी कर कहा है कि कोई महिला शिक्षिका स्कूल मे चमकीले कपड़े पहन कर नहीं जाएंगी. इसके साथ ही भड़कीले वस्त्र भी पहनकर नहीं जाएंगी, ऐसा करने पर उनका वेतन काट लिया जाएगा. वहीं, इस नए आदेश पर जिला के शिक्षकों मे आक्रोश है. कई शिक्षक ने कहा सरकार मूल समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रही है।
शिक्षकों को लेकर केवल आदेश निर्गत कर उसको मानसिक दबाब देने की कोशिश कर रही है.इसके साथ ही शिक्षा विभाग के कर्मियों को निर्देश दिया गया है कि जींस-टी-शर्ट पहनकर कार्यालय नहीं आना है. कर्मियों को फॉर्मल ड्रेस पहन कर आने के लिए कहा गया है. इसका पालन नहीं होने पर वेतन में कटौती होगी. वहीं, इससे पहले आदेश दिया गया था कि क्लासरूम में अब कुर्सी नहीं होंगे. इस आदेश के अनुसार अब सरकारी विद्यालयों के क्लासरूम में कुर्सी नहीं लगेगी. शिक्षक क्लास में खड़े होकर पढ़ाएंगे. विभाग के इस तरह के निर्देश की इन दिनों हर तरफ चर्चा हो रही है।