सवाल पूछने के बदले पैसे लेने के आरोप के मामले में तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा ने शुक्रवार (27 अक्टूबर) को कहा कि उन्होंने एथिक्स कमेटी के सामने पेश होने को लेकर समय मांगा है. टीएमसी की नेता महुआ मोइत्रा ने सोशल मीडिया एक्स पर बयान शेयर करते हुए लिखा कि एथिक्स कमेटी ने मामले को लेकर मुझे शाम को सात बजकर 20 मिनट पर ईमेल किया, लेकिन चेयरमैन ने लाइव टीवी पर घोषणा कर दी. सभी शिकायतें हलफनामे भी मीडिया को जारी किए गए. उन्होंने बताया कि वो पहले से तय कार्यक्रम की वजह से चार नवंबर तक अपने निर्वाचन क्षे6 में व्यस्त हैं।
महुआ मोइत्रा ने बयान में आगे बताया कि मुझे 26 अक्टूबर को लेटर मिला. इसमें मुझे 31 अक्टूबर तक एथिक्स कमेटी के सामने पेश होने को कहा गया है. मेरे पर सारे आरोप गलत लगाए गए हैं. उन्होंने लोकसभा की आचार समिति से अनुरोध करते हुए कहा कि उन्हें व्यक्तिगत रूप से पेश होने के लिए पांच नवंबर के बाद की कोई तारीख दी जाए. एथ्किस कमेटी के सामने बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे और वकील जय अनंत देहाद्रई बयान दर्ज करा चुके है. दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को 15 अक्टूबर को लिखे एक पत्र में दावा किया कि मोइत्रा के लोकसभा में हाल के दिनों में पूछे गये 61 प्रश्नों में से 50 अडानी ग्रुप से जुड़े हुए थे. हाल ही में निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया था कि महुआ मोइत्रा ने संसद में सवाल करने के लिए कारोबारी दर्शन हीरानंदानी से पैसे लिए हैं. इसके बाद हीरानंदानी का एफिडेविट सामने आया. इसमें उन्होंने कहा कि अडानी ग्रुप के मामले में पीएम मोदी की छवि खराब करने के लिेए पैसे मोइत्रा को दिए थे।