राष्ट्रपति भवन में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन के रात्रिभोज का निमंत्रण ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ (भारत के राष्ट्रपति) के नाम से भेजे जाने पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की प्रतिक्रिया आई है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज केंद्र सरकार पर देश का नाम बदलने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि हिंदी में हम सब भारत बोलते है, इसमें नया क्या है? मुख्यमंत्री बनर्जी ने कहा कि ‘इंडिया’ नाम तो दुनिया जानती है, अचानक ऐसा क्या हुआ कि उन्हें (केंद्र सरकार) को देश का नाम बदलना पड़ा? इससे पहले कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने भी बीजेपी नीत केंद्र की मोदी सरकार पर देश का नाम बदलने का आरोप लगाया है. पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा, ”…आज उन्होंने (केंद्र सरकार) इंडिया का नाम बदल दिया. जी-20 शिखर सम्मेलन के रात्रिभोज के निमंत्रण कार्ड में ‘भारत’ लिखा हुआ है… अंग्रेजी में हम कहते हैं इंडिया और इंडियन कॉन्टिट्यूशन और हिंदी में हम कहते हैं भारत का संविधान. हम सब ‘भारत’ कहते हैं, इसमें नया क्या है? लेकिन भारत नाम तो दुनिया जानती है. अचानक ऐसा क्या हुआ कि उन्हें देश का नाम बदलना पड़ा?”मीडिया के मुताबिक, कांग्रेस ने इस मुद्दे पर दावा किया कि सरकार विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (I.N.D.I.A) से डर और नफरत के कारण देश का नाम बदलने में जुट गई है।
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने X पर पोस्ट किया, ”G-20 सम्मेलन के लिए राष्ट्रपति द्वारा मेहमानों को भेजे गए आमंत्रण पत्र में रिपब्लिक ऑफ ‘इंडिया’ की जगह रिपब्लिक ऑफ ‘भारत’ पीएम मोदी की बौखलाहट नहीं, सनक है. वो INDIA से घबराते हैं ये तो हमें पता था, पर इतनी नफरत कि देश का नाम ही बदलने लग जाएंगे? यह उनकी दहशत है. अब तो एक नाकाम तानाशाह, जिसके हाथ से सत्ता जाने वाली है उसकी छटपटाहट देख कर तरस आता है.”वहीं, कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किया, ”तो खबर वाकई सच है. राष्ट्रपति भवन ने 9 सितंबर को जी-20 रात्रिभोज के लिए सामान्य ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ के बजाय ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ के नाम पर निमंत्रण भेजा है. अब संविधान में अनुच्छेद 1 पढ़ा जा सकता है: ”भारत, जो इंडिया था, राज्यों का एक संघ होगा.” लेकिन अब इस ‘राज्यों के संघ’ पर भी हमला हो रहा है.”बता दें कि जी-20 शिखर सम्मेलन 9 और 10 सितंबर नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा. भारत इसकी अध्यक्षता कर रहा है. सम्मेलन में कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष जुटेंगे।