मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में बीजेपी (BJP) ने बड़ी जीत दर्ज की है. वहीं कांग्रेस की तीनों ही राज्यों में बड़ी हार हुई है. ये चुनाव परिणाम उत्तर प्रदेश के लिए भी काफी मायने रखते हैं. चुनावी आंकड़ों पर नजर डालें तो मायावती (Mayawati) ने सबको चौंका दिया है. वहीं आकाश आनंद (Akash Anand) की मेहनत से उनका कद भी बढ़ता नजर आ रहा है. दरअसल, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने मध्य प्रदेश की 70 से ज्यादा सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे. लेकिन उन्हें एक भी सीट पर जीत नसीब नहीं हुई. पार्टी फिर से 2013 की तरह एक भी सीट नहीं जीत पाई. वहीं राजस्थान में पार्टी का बुरा हार रहा. लेकिन दूसरी ओर बसपा के प्रदर्शन पर नजर डालें तो पार्टी के लिए राहत भरी खबर आई है. मध्य प्रदेश में दोनों ही पार्टियों को एक भी सीट पर जीत नहीं मिली. लेकिन वोटों के लिहाज से देखा जाए तो बसपा के मुकाबले सपा काफी पीछे नजर आती है. इस चुनाव में बसपा को 3.40 फीसदी वोट मिले, जबकि सपा को 0.46 फीसदी वोट मिले हैं. सपा से ज्यादा वोट नोटा पर पड़े हैं, नोटा पर इस चुनाव में 0.98 फीसदी वोट पड़े हैं. बसपा को एमपी में कुल 14,77,202 वोट मिले हैं, जबकि सपा को 1,97,935 वोट ही मिले हैं. देखा जाए तो सपा के मुकाबले में बसपा को 7 गुना से ज्यादा वोट मिले।

करीब ऐसी ही स्थिति राजस्थान में भी देखने को मिली है. राजस्थान विधानसभा चुनाव में बसपा को 1.82 फीसदी वोट मिले हैं. वहीं दूसरी ओर सपा को 0.01 फीसदी वोट मिले. सपा को राजस्थान में केवल 3,952 वोट मिले हैं, जबकि बसपा को राज्य में 7,21,037 वोट मिले हैं. छत्तीसगढ़ में भी बसपा को 2.05 फीसदी यानी 3,19,903 वोट मिले, जबकि सपा को 0.04 फीसदी यानी 6,892 वोट मिले हैं. छत्तीसगढ़ में नोटा को 1.26 फीसदी और राजस्थान में 0.96 फीसदी वोट मिले हैं. सबसे खास बात ये है कि बीते चुनाव में बसपा को वोट शेयर यूपी में काफी तेजी से कम हुआ है. जिसके बाद उम्मीद जताई जा रही थी कि राजस्थान और मध्य प्रदेश में भी ऐसा ही होगा. लेकिन पार्टी ने सपा के मुकाबले कहीं बेहतर प्रदर्शन किया है. इन राज्यों में आकाश आनंद के पूरे चुनाव के दौरान काफी मेहनत की है।

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