बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों विपक्षी एकता की मुहीम को लेकर देश के तमाम बड़े नेताओं से मिल रहे हैं और भाजपा के खिलाफ आगामी लोकसभा चुनाव में एक मजबूत रणनीति बनाने की कवायद में जुटे हुए हैं। नीतीश पिछले ही दिनों दिल्ली के बाद बंगाल और यूपी जाकर अखिलेश और ममता बनर्जी से भी मिलें। जिसक बाद ममता बनर्जी से पटना से इस मुहीम की शुरआत करने को कहा। वहीं, अब इस मामले को लेकर सीएम नीतीश ने भी कहा है कि अगर सभी दलों की मंजूरी मिली तो पटना में ही बैठक होगी।
दरअसल, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल किया गया कि, आपके तरफ से विपक्षी एकता की मुहीम को बल दिया जा रहा है। अब लालू यादव भी पटना आ चुके हैं, ममता बनर्जी ने भी कहा था कि पटना से विपक्षी एकता को बल दिया जाए तो इसको लेकर क्या निर्णय लिया गया है। जिसके जवाब में सीएम ने कहा कि, इसको लेकर सभी दलों की बैठक की जाएगी। इस बैठक में यह निर्णय लिया जाएगा की इस तरह से विपक्ष को मजबूत किया जाए। फिलहाल कुछ राज्यों में चुनाव है इसलिए वहां की पार्टी अभी उस तरफ अपना ध्यान दे रही है। इसके बाद इसको लेकर बैठक होगी।
यदि पटना में सभी लोगों की सहमति बनती है तो किसी भी तरह की कोई समस्या नहीं है। मालूम हो कि, पिछले ही दिनों ममता ने कहा था कि मैंने नीतीश कुमार से सिर्फ एक अनुरोध किया है। जयप्रकाश जी का आंदोलन बिहार से शुरू हुआ। अगर हम बिहार में सर्वदलीय बैठक करते हैं, तो हम तय कर सकते हैं कि हमें आगे कहां जाना है। हमें संदेश देना है कि हम सब एक हैं। मैं चाहती हूं कि बीजेपी जीरो हो जाए। जिसके बाद अब नीतीश कुमार ने कहा कि, राज्यों के क्षेत्रीय दलों और कांग्रेसी नेताओं की जल्द ही एक बैठक आयोजित होने की जानकारी मिली है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बाद हमलोग यह तय करेंगे की कहां सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए।
आपको बता दें, हाल ही में उन्होंने कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से नीतीश कुमार ने मुलाकात की थी. इससे पहले वो वाम नेताओं सीताराम येचुरी और डी राजा से भी मिले थे। ममता बनर्जी ने समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में 1970 के दशक के आपातकाल विरोधी आंदोलन का आह्वान किया था। ममता ने नीतीश और तेजस्वी से मुलाकात के दौरान कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली बीजेपी के खिलाफ एकजुट विपक्ष को आकार देने के लिए पटना में विपक्षी दलों की बैठक आयोजित होगा।