राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत ने सोमवार (19 जून) को जगन्नाथ रथ यात्रा की पूर्व संध्या नागपुर में चंद्रमणि नगर स्थित जगन्नाथ मंदिर के दर्शन कर आरती की. इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में कहा, “अपने स्वार्थ को पूरा करने के लिए लोग समाज को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं. समाज को तोड़ने की कोशिश बाहर से हो रही है और दुर्भाग्यवश उन्हें देश के लोगों का भी साथ मिल रहा है.” संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा, “हमें इनसे सावधान रहकर आगे बढ़ना है. हम सब लोगों को बस इतना ध्यान रखना है कि जगन्नाथ जी की कृपा से भारत के भाग्य का रथ हम भारत के लोग खींच रहे हैं और वो आगे जा रहा है।
आगे जाने से कुछ असुर शक्तियां होती हैं उनको अच्छा नहीं लगता. इसलिए वह तरह-तरह के विषय निकालकर आपस में झगड़ा करवाते हैं.”मोहन भागवत ने कहा, “हम सब भारत के लोग अगर मिलजुल कर रहेंगे तो दुनिया में कोई ताकत नहीं है जो हम को परास्त कर सकें. कलयुग में मिल जुल कर रहना एक बड़ी शक्ति बनता है.” उन्होंने कहा हम सभी लोग कहीं न कहीं अंदर से जुड़े हुए हैं इसलिए आपस में लड़ने का कोई फायदा नहीं है. इससे नुकसान केवल हमारे देश को होगा. इससे पहले भी 1 जून को मोहन भागवत ने एकता बनाए रखने की बात कही थी. उन्होंने कहा था, “सीमाओं पर बुरी नजर दिखाने वाले दुश्मनों को ताकत दिखाने के बजाय हम आपस में ही लड़ रहे हैं. देश में भाषा, पंथ-संप्रदाय और सहुलियतों को लेकर तमाम तरह के विवाद हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि भारत की एकता और अखंडता के लिए हर किसी को प्रयास करना चाहिए।