पीएम मोदी और सभी सांसद नए संसद भवन पहुंच चुके हैं और सभी सांसदों ने अपना-अपना स्थान ग्रहण कर लिया है। लोकसभा स्पीकर के संबोधन के साथ कार्यवाही शुरू हुई और इसके साथ ही देश के लोकतंत्र में नए अध्याय की शुरुआत हो गई है।पीएम मोदी ने संबोधित करते हुए कहा की सभी सांसदों और देशवासियों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं। प्रथम दिवस के प्रथम सत्र में आपने मुझे बात रखने का अवसर दिया, इसका आभारी हूं। इस नए संसद भवन में आप सभी माननीय सांसदों का हृदय से स्वागत करता हूं। यह अवसर कई मायनों में अभूतपूर्व है। आजादी के अमृतकाल का यह उषाकाल है।
भारत अनेक सिद्धियों के साथ नए संकल्प लेकर नए भवन में अपना भविष्य तय करने के लिए आगे बढ़ रहा है। विज्ञान जगत में चंद्रयान-3 की गगनचुंबी सफलता हर देशवासी को गर्व से भर देती है। भारत की अध्यक्षता में जी20 का असाधारण विश्व में प्रभाव डाल चुका है। यह अवसर भारत के लिए बना है। इसी आलोक में आज आधुनिक भारत और प्राचीन लोकतंत्र के प्रतीक नई संसद का शुभारंभ हुआ है। सुखद संयोग है कि यह गणेश चतुर्थी का शुभ दिन है। गणेशजी शुभता और सिद्धि के देवता हैं। गणेशजी विवेक और ज्ञान के भी देवता हैं। इस पावन दिवस पर हमारा यह शुभारंभ संकल्प से सिद्धि की ओर से नए विश्वास के साथ यात्रा आरंभ करने का है।
आज लोकमान्य तिलक की याद आना स्वाभाविक है। आजादी के आंदोलन में गणेशोत्सव को एक सार्वजनिक गणेशोत्सव के रूप में प्रस्थापित कर पूरे देश में सुराज्य की अलख जगाने का माध्यम बनाया था। लोकमान्य तिलक ने स्वराज्य की बात की थी, आज हम समृद्ध भारत की प्रेरणा के साथ आगे बढ़ रहे हैं। सभी देशवासियों को मैं बहुत-बहुत बधाई देता हूं।’