भारत के पूर्वोत्तर राज्य मिजोरम में मंगलवार (23 जनवरी) को लेंगपुई एयरपोर्ट पर बड़ा हादसा हुआ. राजधानी आइजोल के पास स्थित लेंगपुई एयरपोर्ट पर म्यांमार सेना का विमान क्रैश हो गया. लेंगपुई एयरपोर्ट आइजोल के पास स्थित एक घरेलू एयरपोर्ट है. सूत्रों ने बताया है कि सैन्य विमान उन सैनिकों को एयरलिफ्ट करने के लिए म्यांमार से आया था, जो पिछले हफ्ते भारत-म्यांमार सीमा पार कर मिजोरम में दाखिल हुए थे.हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, मिजोरम डीजीपी ने कहा, ‘म्यांमार सेना के विमान क्रैश होने की वजह से छह लोग घायल हुए हैं. विमान में पायलट समेत 14 लोग सवार थे. घायलों को लेंगपुई अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.’ शुरुआती रिपोर्ट्स में बताया गया है कि म्यांमार में सेना और विद्रोहियों के बीच लड़ाई चल रही है, जिसकी वजह से सैनिक भागकर मिजोरम के लांग्टलाई जिले में दाखिल हो गए. इन सैनिकों को लेने के लिए विमान भारत में आया था.शुरुआती रिपोर्ट्स में बताया गया है कि सैन्य विमान सेना के जवानों को लेने आया था, जो भारत में मौजूद हैं. लेंगपुई एयरपोर्ट के रनवे पर उतरने के दौरान विमान क्षतिग्रस्त हो गया. यह दुर्घटना तब हुई है, जब असम राइफल्स के एक अधिकारी ने बताया कि भारत ने 184 म्यांमार सैनिकों को उनके देश वापस भेजा है. पिछले हफ्ते म्यांमार के 276 सैनिक मिजोरम में घुस आए थे, जिसमें से सोमवार को 184 सैनिकों को वापस भेज दिया गया. मिली जानकारी के मुताबिक, म्यांमार एयरफोर्स के विमान लेंगपुई एयरपोर्ट पर आए और इसमें सवार होकर 184 सैनिक अपने देश के रखाइन प्रांत के सित्वे में चले गए. बचे हुए 92 सैनिकों को मंगलवार को म्यांमार भेजा जा रहा है. म्यांमार के सैनिक 17 जनवरी को हथियारों और गोला-बारूद के साथ दक्षिणी मिजोरम के लांग्टलाई जिले में भारत-म्यांमार-बांग्लादेश ट्राइजंक्शन पर स्थित बांडुकबंगा गांव में घुस गए और असम राइफल्स के पास पहुंचे.म्यांमार सेना के सैनिकों के कैंप पर ‘अराकान आर्मी’ के लड़ाकों के जरिए कब्जा कर लिया गया. इसके बाद वे मिजोरम में आए थे. अधिकारियों ने कहा कि म्यांमार के सैनिकों को पास असम राइफल्स कैंप्स में ले जाया गया और बाद में उनमें से अधिकांश को लुंगलेई में भेजा गया. एक अधिकारी ने कहा, तब से सैनिक असम राइफल्स की निगरानी में हैं. इन 276 सैनिकों को लेंगपुई एयरपोर्ट से म्यांमार ले जाने के लिए शनिवार और रविवार को आइजोल लाया गया था।