एनआईए ने अप्रैल 2022 में भारत-पाकिस्तान सीमा के माध्यम से अफगानिस्तान से 102 किलोग्राम से ज्यादा नशीले पदार्थों की तस्करी से जुड़े अटारी सीमा हेरोइन जब्ती मामले में एक प्रमुख फरार आरोपी को गिरफ्तार किया है. न्यूज एजेंसी एएनआई ने जांच एजेंसी के हवाले से यह जानकारी शनिवार (16 दिसंबर) को दी.आरोपी का नाम अमृतपाल सिंह है, जो पंजाब के तरनतारन जिले का रहने वाला है. आरोपी को उस समय गिरफ्तार किया गया जब वह दुबई भागने की फिराक में था. अमृतपाल सिंह इस मामले में गिरफ्तार होने वाला तीसरा व्यक्ति है.एनआईए ने कहा, ”जांच से पता चला है कि अमृतपाल कैश हैंडलर और बैंकिंग और हवाला चैनलों के माध्यम से ड्रग्स की आय को सफेद करने वाला था.”मामला कुल 102.784 किलो हेरोइन की बरामदगी और जब्ती से संबंधित है, जिसकी कीमत लगभग 700 करोड़ रुपये है।
भारतीय सीमा शुल्क की ओर से 24 और 26 अप्रैल 2022 को दो बार में जब्ती की गई, जब अमृतसर के अटारी स्थित इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट से होते हुए अफगानिस्तान से ड्रग्स भारत पहुंची थी. ड्रग्स को मुलेठी की खेप में छुपाया गया था.अमृतपाल को 12 दिसंबर को अमृतसर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से दुबई भागने की कोशिश करते समय इमिग्रेशन अधिकारियों ने हिरासत में लिया था. अधिकारियों ने एनआईए की ओर से आरोपी के खिलाफ जारी लुक आउट सर्कुलर के मद्देनजर 7 दिसंबर को सक्षम प्राधिकारी की तरफ से पारित आदेशों के आधार पर उसे हिरासत में लिया.जांच एजेंसी ने बताया कि मामले में आरोपी विभिन्न व्यक्तियों के सहयोगियों की जांच के बाद अंतरराष्ट्रीय ड्रग सांठगांठ से संबंधित साजिश में अमृतपाल की भूमिका सामने आई. इसके अलावा अन्य आरोपियों के बैंक खातों में किए गए कई आपत्तिजनक लेनदेन से भी उसकी भूमिका उजागर हुई है.एनआईए ने जांच में पाया है कि अमृतपाल एक वैश्विक ड्रग कार्टेल की ओर से रची गई बड़ी साजिश में शामिल था. आरोपियों के सहयोगियों के खुलासे के आधार पर एनआईए ने 22 अक्टूबर को अमृतपाल के आवासीय और आधिकारिक परिसरों में तलाशी ली थी, जिसमें नशीले पदार्थों की आय के रूप में 1,34,12,000 रुपये की नकदी बरामद हुई थी।