बिहार के मैट्रिक टॉपर छात्र-छात्राओं को इंजीनियरिंग और डॉक्टर की पढ़ाई के लिए परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी और न ही खर्च करने पड़ेंगे. बिहार सरकार के शिक्षा विभाग ने बड़ा फैसला लिया है. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बड़ा बयान देते हुए बुधवार को कहा है कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार इस वर्ष से मैट्रिक में टॉपर हुए छात्र छात्राओं को इंजीनियरिंग और मेडिकल की मुफ्त शिक्षा दी जाएगी।
आनंद किशोर ने कहा कि टॉपर्स के लिए इस वर्ष से मेडिकल और इंजीनियरिंग की तैयारी करने वाले बच्चों के लिए निशुल्क हॉस्टल दिया जाएगा. बांकीपुर गर्ल्स स्कूल में टॉपर छात्राओं का और पटना कॉलेजिएट स्कूल में टॉपर छात्रों को रहने की व्यस्था की जाएगी.आनंद किशोर ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मार्च महीने में ही यह निर्णय लिया था कि जो मेधावी छात्र हैं उनकी बेहतर शिक्षा के लिए मेडिकल और इंजीनियर की पढ़ाई सरकार की ओर से फ्री होना चाहिए. इसके बाद हम लोगों ने तैयारी की और इस वर्ष से शुरुआत करने का निर्णय लिया, जिसके फलस्वरूप इसी वर्ष जून के प्रथम सप्ताह में पांच जून से आवेदन आवंटित किए जाएंगे और जुलाई महीने से पढ़ाई की शुरुआत हो जाएगी. उन्होंने कहा कि प्राप्त आवेदनों के आधार पर छात्र-छात्रा चयनित होंगे. निशुल्क कोचिंग की व्यवस्था की जाएगी.समिति के अध्यक्ष ने बताया कि इस योजना के तहत आवास की व्यवस्था, बुक्स और कोचिंग साथ ही रहने खाने पीने सब की व्यस्था की जाएगी।
मेधावी छात्र-छात्रों के लिए ये यह सुनहरा मौका है और यह सारी व्यवस्था बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के टॉपर छात्र छात्रों के लिए है. छात्र-छात्राओं को पढ़ाई करने के लिए कोई भी स्टडी मैटेरियल नहीं लेना होगा. सारे व्यवस्था बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के द्वारा किया जाएगा. हॉस्टल में कमरे के अलावा एक अतिरिक्त स्टडी रूम भी रहेंगे और सारा खर्च बिहार सरकार उठाएगी.आनंद किशोर ने बताया कि मेडिकल और इंजीनियरिंग पढ़ाने वाले को शिक्षक का चयन किया जा रहा है. वैसे शिक्षक जो पूर्व में मेडिकल और इंजीनियरिंग की तैयारी करवा रहे हैं उनकी योग्यता को देखते हुए उन्हें का चयन करने की प्रक्रिया की जा रही है. पढ़ाने वाले शिक्षक का चयन विज्ञापन के आधार पर किया जाएगा, जिन्हें पूर्व में आईआईटी और मेडिकल के कोचिंगों में पढ़ने का अनुभव रहा हो.