इंडिया के गठन से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी घबरा गए हैं. यही वजह है कि अब उन्हें एनडीए की याद आई है. 9 साल से केंद्र में सत्ता चलाने के बाद अब पीएम मोदी इसी घबराहट में एनडीए की बैठक बुला रहे हैं. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को केंद्र की मोदी सरकार को लेकर ये बातें कहीं. उन्होंने कहा कि एनडीए का गठन पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समय हुआ था. लेकिन नरेंद्र मोदी के पीएम बनने के बाद एनडीए को मृत कर दिया गया. अब विपक्ष एकजुट हुआ है तो पीएम मोदी और भाजपा घबराहट में हैं. नतीजा है कि अब वे एनडीए की बैठक बुला रहे हैं. विपक्षी गठबंधन के इंडिया नाम रखने को लेकर भाजपा और पीएम मोदी के सवाल उठाने पर सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि यह दिखाता है कि वे लोग कितना डर गया है।
ऊ लोग डरा हुआ है. पटना और बेंगलुरु की बैठक के बाद जो नाम तय हुआ तो उससे अभी ही ऊ लोग डर गया. सोचिये फिर आगे क्या होगा? उन्होंने कहा कि विपक्ष इसलिए एकजुट हुआ है ताकि देशहित में काम हो. नीतीश कुमार ने कहा कि नरेंद्र मोदी के पीएम बनने के बाद से कितनी बार एनडीए की बैठक हुआ. लेकिन अब वे लोग एनडीए की बैठक बुला रहे हैं. क्योंकि वे डरे हुए हैं. इंडिया और एनडीए में कौन जीतेगा के सवाल पर उन्होंने कहा कि इंडिया से कैसे वे लोग डरे हैं यह तो अभी से दिख रहा है. इंडिया बन गया है और उससे ये लोग घबराहट में हैं. इसी कारण अब पीएम मोदी से लेकर अन्य भाजपा नेता के बयानों से घबराहट दिखती है. इस दौरान उन्होंने कहा कि मणिपुर के मुद्दे पर पीएम मोदी को चुप्पी तोड़नी चाहिए थी. लेकिन वहां की स्थितियों पर पीएम मोदी ने कुछ नहीं कहा है. इसी कारण आज संसद में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है. केंद्र की मोदी सरकार पर इतिहास बदलने का आरोप लगाते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि इन लोगों द्वारा तो कभी महात्मा गांधी का भी नाम नहीं लिया जाता. इनके इतिहास बदलने की कोशिश कभी सफल नहीं होगी।