उपेंद्र कुशवाहा के एमएलसी पद से इस्तीफा देने के बाद खाली हुई विधान परिषद की एक सीट पर सीएम नीतीश की अनुशंसा पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री भागवत झा आजाद के बेटे डॉ. राजवर्धन आजाद को एमएलसी बनाया गया। पिछड़ी जाति की सीट पर अपर कास्ट के नेता को MLC बनाने पर उपेंद्र कुशवाहा ने पिछले दिनों सवाल उठाया था। अब जेडीयू ने उपेंद्र कुशवाहा के उस सवाल का जवाब दिया है।दरअसल, राष्ट्रीय लोक जनता दल के अध्यक्ष और पूर्व एमएलसी उपेंद्र कुशवाहा ने कुशवाहा पार्षद के द्वारा खाली की गयी सीट पर ब्राह्मण उम्मीदवार को एमएलसी बनाने पर सवाल उठाते हुए जेडीयू के अपने पुराने साथियों को सचेत किया था। कुशवाहा ने कहा था कि जेडीयू में जो लोग उन्हें अपने रास्ते का कांटा समझते थे अब उनका भ्रम टूट गया होगा।

कुशवाहा जाति की सीट पर ब्राह्मण नेता को एमएलसी बनाने पर उपेंद्र कुशवाहा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पिछड़ा और अति पिछड़ा विरोधी बताया था।अब जेडीयू ने कुशवाहा के सवाल का जवाब दिया है। नीतीश के करीबी मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा है कि पहले यह सवाल कुशवाहा को खुद से पूछना चाहिए था कि जब वे इस पद पर थे तो क्या ये पद कुशवाहा समाज के लिए आरक्षित था और जब ये पद आरक्षित नहीं था तो खुद का पोल क्यूं खोल रहे हैं। उन्हें जब एमएलसी का पद मिला था तो अच्छा था। अब तक उपेंद्र कुशवाहा के कहने से ही पार्टी चलती थी क्या? विजय चौधरी ने कहा कि जेडीयू ने तो कभी नहीं कहा कि उपेंद्र कुशवाहा के पसंद से और ना पसंद से पार्टी चलाती है। जनता दल यूनाइटेड शुरू से नीतीश कुमार के सिद्धांत और समाजवादी मूल्य पर चला रहा है और आगे चलता रहेगा। विजय चौधरी ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा से पूछना चाहिए कि पार्टी में आने से पहले क्या सोचते थे और पार्टी से जाने के बाद क्या सोचते हैं।वहीं राजद कार्यालय के बाहर तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाए जाने को लेकर पोस्टर लगाएजाने पर विजय चौधरी ने कहा कि हम लोग यहां पोस्टर पर बात करने और जवाब देने के लिए नहीं बैठे है। वहीं कांग्रेस नेता शशि थरूर के यह कहने पर कि इंडिया गठबंधन 2024 का चुनाव जीता तो राहुल गांधी या मल्लिकार्जुन खरगे प्रधानमंत्री बनेंगे, इसपर विजय चौधरी ने कहा कि कौन क्या कहता है इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। हम लोग राहुल गांधी को कांग्रेस का नेता मानते हैं और राहुल गांधी के अलावे किसी और का बयान कोई मायने नहीं रखता है। फर्स्ट बिहार के लिए इंद्रजीत कुमार की रिपोर्ट..

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