इंडिया गठबंधन मौका पास्तों का गठबंधन है। इन पार्टियों का कोई एजेंडा नहीं है। इसका सिर्फ एक ही एजेंडा है कि वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में किस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को किस तरह से हराया जाए। ये लोग बस माहौल बना रहे हैं। चुनाव जीतना इनमें से किसी की बस की बात नहीं है। इनलोगों का हार तो पहले से ही तय है। इसके आगे आरसीपी ने आज विपक्षी गठबंधन की कोऑर्डिनेशन कमिटी की बैठक में ललन सिंह ने नहीं जाने को लेकर उन्होंने कहा कि- जिस कार्यक्रम में जेडीयू के नेता को जाना था वह नहीं जा सके हो सकता है वो बीमार हो। लेकिन जिस तरह पटना में कार्यक्रम के दौरान इन सभी पार्टियों में उत्साह था वह उत्साह अब बिखर चुका है। लोगों के द्वारा कहा जा रहा था कि इस तरह का माहौल बनाने में जेडीयू का बड़ा हाथ है। अब उनको कोई फायदा नहीं दिख रहा है।
इस कारण पीछे हो रहे हैं। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह मुंगेर सांसद ललन सिंह के ऊपर हमलावर होते हुए कहा कि जो यहां के सांसद हैं उनके शहर की स्थिति देख लीजिए शहर की ऐसी कोई सड़क नहीं है जो चलने लायक हो पूरी सड़क जर्जर होकर खत्म हो चुकी है। वही इन दोनों बिहार के अलावा मुंगेर में भी अपराधी बेलगाम हो चुके है। इसके बाद उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री के ऊपर तंज करते हुए कहा कि – नीतीश कुमार को हमेशा याद रहता है कि कैसे बिहार के लोगों का ध्यान भटकाया जा सके। इसके आगे महागठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में वर्ष 2005 जो स्थिति थी उससे भी ज्यादा बदतर अभी बिहार की स्थिति बनी हुई है। बिहार में ना तो कानून व्यवस्था है यहां अपराधी बेलगाम हो चुके हैं। स्थिति को देख लोगों में अब डर बना हुआ है। बिहार में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है। बिहार के लोग सवाल नहीं पूछे इस कारण मुख्यमंत्री के द्वारा यह कहा जाता है कि हम विभिन्न पार्टी के नेता को इकट्ठा करने में लगे हुए हैं।