बेंगलुरु में हुई विपक्षी बैठक के बाद गठबंधन के नाम को लेकर सीएम नीतीश कुमार की नाराजगी की बात सामने आ रही है. वहीं, इस पर बुधवार को जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नियंत्रण में जो मीडिया है वह दुष्प्रचार करती रहती है. कई तरह के दुष्प्रचार पहले होते रहे हैं कि जेडीयू-आरजेडी का विलय होगा फिर दुष्प्रचार हुआ कि आरजेडी और जेडीयू में खटपट है. नीतीश कुमार क्यों नाराज होंगे? नीतीश कुमार विपक्षी एकता के सूत्रधार हैं और सूत्रधार कभी नाराज नहीं होता. ‘इंडिया’ सभी की सहमति से नाम तय हुआ है.ललन सिंह ने कहा कि पांच वर्षों में कभी भी प्रधानमंत्री ने एनडीए की बैठक नहीं बुलाई है।
हम पांच साल एनडीए से पार्लियामेंट में रहे लेकिन अब उनको बैठक बुलाने की चिंता क्यों हो गई? घबराहट और हताशा में प्रधानमंत्री ने बैठक बुलाई है. पूर्वोत्तर राज्य में 23 सीट है और 15-16 पार्टियों को पूर्वोत्तर राज्यों से बुलाया है. यह हताशा और घबराहट का परिचायक है. प्रधानमंत्री मोदी 2024 के चुनाव में पूरी तरह पराजित होंगे.आगे जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि महाराष्ट्र में प्रधानमंत्री किसको भ्रष्टाचारी कह रहे थे? वह आज किन के पास हैं इसका जवाब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दें. नीतीश कुमार को संयोजक बनाने की चर्चा को लेकर उन्होंने कहा कि अगली बैठक जब मुंबई में होगी, तब उस पर बातचीत की जाएगी. वहीं, सुशील मोदी के आरोपों पर उन्होंने कहा कि अपने छपास रोग से ग्रस्त हैं. मिली जानकारी के अनुसार सीएम नीतीश कुमार भी नाराज बताए जा रहे हैं. इस नाम नीतीश कुमार खुश नहीं हैं. उन्होंने ‘भारत’ से संबंधित नाम रखने का सुझाव दिया था।