मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर विपक्षी एकता की मुहिम को धार देने की कोशिश में जुट गए हैं। सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार डिप्टी सीएम तेजस्वी के साथ कोलकाता पहुंचे, जहां उन्होंने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से मुलाकात की। इसके बाद नीतीश अपनी मुहिम के तहत लखनऊ में सपा प्रमुख अखिलेश यादव से भी मिले। नीतीश की इस मुहिम को लेकर बिहार में खूब सियासत हो रही है।
राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने नीतीश की इस मुहिम पर तीखा तंज किया। इस दौरान उन्होंने नीतीश के बहाने अपने भतीजे चिराग पासवान पर भी तंज किया।दरअसल, पारस एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए हाजीपुर पहुंचे थे, जहां मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने नीतीश और चिराग पर एकसाथ तंज किया।
विपक्ष को गोलबंद करने नीतीश की मुहिम पर पारस ने कहा कि इसमें कोई नई बात नहीं है। पिछले 8-9 महीने से नीतीश कुमार विपक्षी एकता की वकालत कर रहे हैं। एनडीए गठबंधन से अलग होने के बाद जब इस बात की चर्चा शुरू हुई कि वे विपक्ष के प्रधानमंत्री पद के दावेदार हैं, उस दिन से नीतीश कुमार देश का भ्रमण करने लगे। नीतीश कुमार ने 6 महीना पहले सोनिया गांधी, राहुल गांधी, अखिलेश यादव समेत अन्य नेताओं से मुलाकात की थी लेकिन उनकी मुहिम का असर नहीं हुआ। पारस ने कहा कि एक अनार है और सौ बीमार हैं। प्रधानमंत्री का पद एक और और उसके उम्मीदवार अनेकों लोग हैं।
जितने भी क्षेत्रीय दल हैं उसके नेता खुद को पीएम पद का उम्मीदवार बताते हैं लेकिन सही बात यह है कि प्रधानमंत्री पद की फिलहाल कोई वैकेंसी नहीं है। 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में दो तिहाई बहुमत से एनडीए गठबंधन की जीत होगी। पशुपति कुमार पारस ने कहा कि देश में प्रजातांत्रिक व्यवस्था है, यहां बहुमत का राज होता है लेकिन यह बिहार का दुर्भाग्य है कि जिसके पास विधायक नहीं है वह मुख्यमंत्री बनना चाहता है और जिसके पास एमपी नहीं है वह प्रधानमंत्री बनना चाहता हैं।