2024 में लोकसभा और 2025 में बिहार विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव नजदीक आते ही क्षेत्र की जनता अपने नेता से हिसाब मांगती है। पूछती है कि आपने अपने कार्यकाल में क्षेत्र में कौन सा विकास किया? ऐसा ही कुछ सवाल बेतिया की जनता ने अपने सांसद संजय जायसवाल से पूछा? इस दौरान बंजरिया प्रखंड के ग्रामीणों ने बीजेपी सांसद को घेर लिया और खूब खरी-खोटी सुनाई। इस दौरान संजय जायसवाल को काला झंडा दिखाया गया। उन्हें जनता के आक्रोश का सामना करना पड़ गया। बेतिया के बंजरिया प्रखंड की जनता को जब मालूम हुआ कि सांसद महोदय इस रास्ते से आ रहे हैं। फिर क्या था लोग हाथ में बैनर पोस्टर और काला झंडा लेकर बीच सड़क पर खड़े हो गये और सांसद संजय जायसवाल को देखते ही विरोध प्रदर्शन करने लगे। लोगों ने इस दौरान बीजेपी सांसद को घेर लिया और तीस साल का हिसाब मांगने लगे। लोगों का कहना था कि हमलोगों ने संजय जायसवाल को तीन बार सांसद बनाया इस उम्मीद के साथ की वे क्षेत्र का विकास करेंगे लेकिन सांसद ने सभी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। संजय जायसवाल हमलोगों के खानदानी नेता हैं। इनके पिता जी भी थे अब ये भी हैं। तीस साल से यह क्षेत्र संजय जायसवाल का संसदीय क्षेत्र रहा है लेकिन किसी तरह का विकास कार्य नहीं हुआ है। लोगों का कहना था कि ये लोग हिन्दू-मुस्लिम करके वोट ले लेते हैं और जितने के बाद अपनी झोली भरने लगते हैं। जीत जाने के बाद तो इन नेताओं का दर्शन भी दुर्लभ हो जाता है। इनके क्षेत्र में सड़क का निर्माण नहीं हुआ है। सड़कों की हालत ऐसी है कि पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है। आए-दिन इसी सड़क से सांसद महोदय गुजरते हैं लेकिन यहां की सड़कों की स्थिति पर ध्यान नहीं देते। बीजेपी सांसद संजय जायसवाल का लोगों ने बीच सड़क पर घेराव कर दिया। इसका वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें बीजेपी सांसद संजय जायसवाल जनता के बीच घिरे हैं और जनता लगातार सवाल कर रही है जिसका जवाब देते भी नहीं बन रहा था। लोग हाथ में काला झंडा और विरोधी स्लोगन लिखे तख्ते को लेकर अपने ही सांसद के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया और नारेबाजी भी की। लोगों के आक्रोश को देखकर सांसद संजय जायसवाल भी हक्के बक्के हो गये।
दरअसल मामला पूर्वी चंपारण जिले के बंजरिया प्रखंड के सिसवा गांव की है जहां बीजेपी के एक कार्यक्रम में भाग लेने संजय जायसवाल पहुंचे थे तभी उनके वोटरों ने ही उन्हें घेर लिया और गो बैक एमपी संजय जायसवाल का नारा लगाने लगे। वही सांसद ने अपनी सफाई में किये गए कार्यो को गिनाने लगे लेकिन नाराज जनता उन्हें छोड़ने को तैयार नहीं थी। काफी देर तक सांसद महोदय को लोगों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। ग्रामीणों का कहना था कि इस क्षेत्र की जनता के लिए ये खानदानी नेता रहे हैं। इनके पिताजी भी सांसद रहे थे और अब ये खुद भी सांसद हैं लेकिन आज तक इस इलाके का विकास इनके हाथों नहीं हो सका। यहां की सड़के आज भी जर्जर हालत में है। बच्चे और बच्चियां साईकिल से पढ़ने जाती है और लोग रोजगार के लिए जाते हैं जिन्हें सड़क पर चलने में काफी परेशानी होती है। इन इलाकों में आज भी सड़के नहीं है। बारिश के मौसम में परेशानी काफी बढ़ गई है। इन सब मुद्दों पर ग्रामीणों को सांसद ने काफी समझाया और समस्या का समाधान जल्द किये जाने का भरोसा दिलाया तब जाकर लोगों का गुस्सा शांत हुआ।