बिहार में जातीय गणना के आंकड़े सार्वजनिक होने के बाद शुरू हुई सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। बिहार में सियासी जमीन तलाश कर रहे प्रशांत किशोर ने सीएम नीतीश और तेजस्वी पर बड़ा हमला बोला है। पीके ने जेडीयू और आरजेडी से पूछा है कि दोनों ने कितने अति पिछड़ों को विधायक बनाया है। मुसलमानों की संख्या 18 फीसदी है और राज्य के बजट का आधा हिस्सा सिर्फ दो लोगों के पास है। ऐसे में संख्या के हिसाब से हिस्सेदारी कैसे मिलेगी?दरअसल, सीतामढ़ी के बरगेनिया में जन संवाद को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि आरजेडी के जो अभी 75 विधायक हैं उसमें कितने अति पिछड़े हैं ये तेजस्वी यादव बता दें।
पीके ने कहा कि प्रदेश के 10 से ज्यादा विभाग और 50 प्रतिशत से ज्यादा बिहार सरकार का बजट सिर्फ दो व्यक्ति के पास है। बिहार में 18 प्रतिशत मुसलमान हैं और राज्य के बजट का आधा हिस्सा नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के पास है।उन्होंने कहा कि ये लोग किसकी हिस्सेदारी की बात कर रहे हैं। 18 फीसदी मुसलमानों में कितने विधायक और मंत्री हैं और उन मंत्रियों का बजट कितना है? यह नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव को बताना चाहिए। सरकार में शामिल लोग भागीदारी की बात कर रहे हैं और खुद आधे बजट पर कुंडली मारकर बैठे हुए हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की राजनीतिक पारी समाप्त हो रही है और एक डूबते हुए राजनेता का जातीय गणना अंतिम दांव है ताकि वह समाज में आग लगाकर समाज को बांटकर किसी तरह से मुख्यमंत्री बन जाएं।