प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3 अगस्त को बिहार के लोकसभा और राज्यसभा के 27 एनडीए सांसदों के साथ मुलाकात करेंगे. पीएम मोदी के साथ दिल्ली में होने वाली बिहार के एनडीए सांसदों की इस मुलाकात को लोकसभा चुनाव 2024 के पूर्व की तैयारियों से जोड़कर देखा जा रह है. भाजपा की कोशिश बिहार में 40 लोकसभा सीटों में से अधिकाधिक पर जीत हासिल करना है. इसी क्रम में एनडीए के सभी मौजूदा सांसदों से पीएम उनके संसदीय क्षेत्र में पार्टी की स्थिति सहित केंद्र की विभिन्न योजनाओं के कार्यान्वयन की जमीनी हकीकत से रूबरू हो सकते हैं. सूत्रों के कहना है कि इस बैठक का मूल उद्देश्य बिहार में एनडीए को सर्वाधिक सीटों पर जीत हासिल करने के लिए सभी सासदों को अभी से अपने क्षेत्र में सक्रियता दिखाने कहा जाएगा. वहीं भाजपा नेताओं के मुताबिक, बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी 2024 के संसदीय चुनाव जीतने के ‘क्यों’ और ‘कैसे’ के बारे में बात करेंगे। वह एनडीए के घटक दलों के साथ अपनी केमिस्ट्री बनाने के अलावा इस संबंध में उन्हें अपना मंत्र भी देंगे। बिहार में एनडीए के घटक दलों में बीजेपी के पास 17 लोकसभा सांसद और चार राज्यसभा सदस्य हैं, जबकि राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (पारस) के पास पांच लोकसभा सांसद हैं, इसके बाद एलजेपी (रामविलास) के नेतृत्व में एक लोकसभा सांसद चिराग पासवान के रूप में है. वहीं उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलजेडी और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हम को बिहार में एक भी सांसद नहीं है. ऐसे में अगले लोकसभा चुनाव के पूर्व बिहार में एनडीए की कोशिश ज्यादा से ज्यादा सीटों को जितने की है. इसके लिए पीएम मोदी सहित भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की ओर से लगातार बिहार में राजनीतिक सक्रियता दिखाई जा रही है।
गृह मंत्री अमित शाह पिछले 10 महीने में 5 से बार बिहार का दौरा कर चुके हैं और अलग अलग इलाकों में जनसभा भी हुई है. उनकी पिछली बिहार यात्रा 28 जून को हुई थी जब उन्होंने लखीसराय में एक जनसभा को संबोधित किया था. वहीं भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी बिहार में लगातार आना-जाना बनाए हुए हैं और बिहार के नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं. पिछले महीने ही 18 जुलाई को दिल्ली में एनडीए के 25 वर्ष पूरे होने पर पीएम मोदी की अध्यक्षता में एक बैठक हुई थी. एनडीए के 38 घटक दलों के प्रमुखों के साथ पीएम मोदी की बैठक हुई थी. ऐसे में 28 जून को जहाँ अमित शाह ने बिहार का दौरा किया वहीं 18 जुलाई को एनडीए की बैठक हुई और अब 3 अगस्त को पीएम मोदी बिहार के सांसदों के साथ बैठक करेंगे. यानी एक महीने से कुछ अधिक समय में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने बिहार से जुड़े सांसदों के साथ तीन बड़े आयोजन कर यह स्पष्ट संकेत दे दिया है कि उनकी कोशिश बिहार में ज्यादा से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल करने की है।