देश को आज पहली रैपिड रेल रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) की सौगात मिल गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले चरण के तहत साहिबाबाद से दुहाई डिपो तक चलने वाली ट्रेन को हरी झंडी दिखा दी है. कल से आम नागरिक इस ट्रेन से यात्रा कर सकेंगे. इस रूट पर चलने वाली ट्रेनों को ‘नमो भारत’ का नाम दिया गया है. केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कल इसका नाम बदलने की घोषणा की थी।दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस गलियारे का पहला चरण 17 किलोमीटर लंबा है. यानी अभी यात्री गाजियाबाद के साहिबाबद से दुहाई डिपो तक यात्रा कर सकेंगे।
साहिबाबाद से दुहाई डिपो तक का साधारण ट्रेन किराया 50 रुपए रखा गया है. वहीं, स्टैंडर्ड किराया 100 रुपए रखा गया है।अब यह ट्रेन हर 15 मिनट में उपलब्ध होगी, लेकिन आगे के स्टेशनों के विस्तार के बाद इस ट्रेन का परिचालन हर 5-5 मिनट में किया जाएगा. इस गलियारे का निर्माण 30 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत से किया जा रहा है. यह ट्रेन गाजियाबाद, मुरादनगर और मोदीनगर से गुजरते हुए एक घंटे से भी कम समय में दिल्ली से मेरठ पहुंच जाएगी. बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने 8 मार्च साल 2019 को दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ गलियारे की नींव रखी थी।