प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका दौरे पर हैं। शुक्रवार को उन्होंने अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। पीएम मोदी ने इस दौरान आतंकवाद के मुद्दे पर भी बात की। उन्होंने पाकिस्तान और चीन का नाम लिए बिना दोनों देशों पर निशाना साधा। पीएम मोदी ने इस दौरान 26/11, 9/11 को भी याद किया। पीएम ने यूक्रेन हिंसा पर भी बात की।पीएम मोदी ने यूक्रेन-रूस युद्ध पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि युद्ध से लोगों को पीड़ा पहुंचती है। दो देशों के युद्ध के वजह से विकासशील देश भी प्रभावित हुए हैं। युद्ध के कारण वैश्वीकरण को भी नुकसान पहुंचा है। सप्लाई चेन सीमित हो गई है। हमें मिलकर कोशिश करना होगा कि सप्लाई चेन को भी विकेंद्रीकृत और लोकतांत्रिक किया जाए।
तकनीक ही सुरक्षा और खुशहाली को तय करेगी। यूक्रेन संकट की वजह से यूरोप जंग के साये में है। इसमें कई शक्तियां शामिल हैं, इसलिए नतीजे गंभीर हैं। पीएम ने कहा कि मैंने खुलकर कहा था कि यह जंग का दौर नहीं है, बल्कि संवाद और कूटनीति का दौर है। हमें रक्तपात और लोगों की पीड़ा को मिलकर रोकना चाहिए।चीन और पाकिस्तान के बारे में उन्होंने कहा कि टकराव के काले बादल हिंद प्रशांत क्षेत्र पर भी असर डाल रहे हैं। क्षेत्र में स्थिरता हमारी साझा चिंता है। हम मिलकर खुशहाली चाहते हैं। 9/11 हमले और मुंबई में 26/11 हमले के बाद अब भी कट्टरवाद और आतंकवाद पूरी दुनिया के लिए एक गंभीर खतरा है। आतंकवाद इंसानियत का दुश्मन है। इससे निपटने के लिए कोई किंतु-परंतु नहीं होना चाहिए। आतंकवाद को प्रायोजित करने वाले और आतंकवाद का निर्यात करने वालों के खिलाफ हमें मिलकर लड़ना चाहिए। दुनिया बदल रही है। दुनिया को नए वर्ल्ड ऑर्डर की जरूरत है।पीएम मोदी मंगलवार को अमेरिका के न्यूयॉर्क पहुंचे थे। यहां उन्होंने एलन मस्क सहित कई बड़े सीईओ के साथ बैठक की। अगले दिन बुधवार को पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में आयोजित योग दिवस कार्यक्रम का नेतृत्व किया। इसके बाद पीएम वाशिंगटन पहुंचे। पीएम ने अमेरिका की प्रथम महिला जिल बाइडन के साथ वर्जीनिया में मुलाकात की। इसके बाद राष्ट्रपति जो बाइडन ने पीएम मोदी के लिए निजी डिनर की मेजबानी की। गुरुवार को पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ संयुक्त रूप से मीडिया को संबोधित किया।