बेंगलुरु में विपक्षी दलों की अहम बैठक होने जा रही है, जिसमें शरद पवार समेत तमाम बड़े विपक्षी नेता शामिल हो रहे हैं. इस बैठक से पहले पूरा बेंगलुरु पोस्टरों से पट गया, जिसमें विपक्ष को एकजुट बताया गया है. हालांकि इन्हीं पोस्टरों के बीच देर रात कुछ ऐसे पोस्टर भी लगा दिए गए, जिनमें नीतीश कुमार पर निशाना साधा गया था. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ही विपक्षी एकता की पहल की थी, जिसके बाद देर रात लगे पोस्टरों में उन्हें एक अस्थिर पीएम उम्मीदवार बताया गया. ऐसी ही कई और बड़े पोस्टर भी बेंगलुरु में लगे दिखे. नीतीश कुमार को अस्थिर पीएम उम्मीदवार बताने के अलावा एक और पोस्टर लगा देखा गया, जिसमें सुल्तानगंज के पुल की तस्वीर लगी थी. ये पुल कुछ ही दिन पहले टूटकर नदी में गिर गया था. पोस्टर में पहले नीतीश कुमार का स्वागत किया गया है और उसके बाद लिखा गया है कि बिहार को नीतीश कुमार ने उजड़ने का गिफ्ट दिया है।

पोस्टर में घटना की तारीख का भी जिक्र किया गया है. पोस्टर में उनके इस्तीफे की भी बात कही गई है. विपक्षी एकता के पोस्टरों के बीच नीतीश कुमार की आलोचना वाले पोस्टर लगाने वालों की तलाश शुरू हो चुकी है. पुलिस सीसीटीवी फुटेज से आरोपियों की पहचान करने में जुटी है. सवाल ये भी उठ रहा है कि रातोंरात कैसे ये बड़े-बड़े पोस्टर लगा दिए गए. फिलहाल पुलिस ने सुबह-सुबह ऐसे सभी पोस्टरों को निकाल दिया है. बाकी जगहों पर भी देखा जा रहा है कि कहीं ऐसे पोस्टर न लगे हों. बता दें कि बेंगलुरु में तमाम बड़े विपक्षी नेता जुटे हैं, जिसके बाद आज बैठक का अहम और दूसरा दिन है. बेंगलुरु में इस बैठक को लेकर पिछले कई दिनों से तैयारियां चल रही थीं, पूरे शहर में तमाम बड़े विपक्षी नेताओं के पोस्टर लगे हैं. जिनमें विपक्षी एकता की बात कही गई है।

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