कांग्रेस की नेता प्रियंका गांधी ने रविवार को राजस्थान के टोंक में एक विशाल चुनावी जनसभा को संबोधित किया. दरअसल, इस साल के आखिर में राजस्थान में विधानसभा चुनाव हैं. यही वजह है कि सूबे की सत्तारूढ़ पार्टी आमजन के बीच जाकर जमकर पसीना बहा रही है. प्रियंका गांधी के निशाने पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की केंद्र की सरकार रही है. कांग्रेस नेता ने महंगाई, किसानों और गरीबों का मुद्दा उठाया.उनका कहना है कि राजस्थान सरकार अपनी योजनाओं के जरिए जो भी आपको दे रही है, वह आपका हक है. जब आप महंगाई से जूझ रहे थे, तो प्रधानमंत्री किस लिए थे? देश में इतनी महंगाई क्यों बढ़ गई? प्रदेश की सरकारों को महंगाई कम करने के लिए राहत कैंप लगाने पड़ रहे हैं. भारत सहित पूरे विश्व में तेल कंपनियां खूब मुनाफा कमा रही हैं, तो देश में पेट्रोल-डीजल इतना महंगा क्यों है? इसके लिए लोगों को आवाज उठानी पड़ेगी क्योंकि सभी को असलियत दिख रही है. बीजेपी की नीतियां अमीरों के लिए हैं, न कि गरीबों के लिए.उन्होंने कहा, ‘हिमाचल प्रदेश में बारिश की वजह से आई तबाही से कई लोगों के घर गिर गए. हमारी सरकार ने कोशिश रही है कि लोगों की मदद की जाए, लेकिन प्रधानमंत्री के मित्र अडाणी जी ने क्या किया…किसानों के सेब की कीमतों को कम कर दिया. घर बनाने के लिए लोग सीमेंट खरीदने गए अडाणी जी ने उसके दाम बढ़ा दिए।
इन सब के पीछे प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने इस देश की संपत्ति अपने उद्योगपति मित्रों को दे दी. ये संपत्ति देश के आम लोगों की थी. एक तरफ उद्योगपति मित्रों का लाखों-करोड़ों का कर्ज माफ हो रहा है, दूसरी तरफ मोदी सरकार आपकी पुरानी पेंशन और रोजगार छीन रही है.’प्रियंका गांधी का कहना है कि लोकतंत्र में जनता ही भगवान होती है. जनता सर्वोपरि है. यही हमारे देश की राजनीतिक परंपरा रही है. गांधी जी कहते थे कि जब तक हम इस देश के हर इंसान की आंखों के आंसू नहीं पोछ देते, हमारा काम पूरा नहीं हुआ. आज राजस्थान सरकार भी गांधी जी की दिखाई राह पर आगे बढ़ रही है. जब हम कहते हैं कि ‘जनता जनार्दन है’, तो इस बात को समझना जनता और नेता दोनों के लिए जरूरी है. जब सत्ता मिल जाती है तो महत्वाकांक्षाएं आगे हो जाती हैं और वो भूल जाते हैं कि हमें सत्ता में लाया कौन, लेकिन जनता को हमेशा ये बात याद रखनी चाहिए कि सत्ता देने वाले आप हैं।