फिल्मस्टार अक्षय कुमार को 15 अगस्त के दिन यानी आज भारत की नागरिकता मिल गई. उन्होंने ट्वीट करके ये जानकारी दी. खिलाड़ी कुमार के नाम से मशहूर अक्षय कुमार ने लिखा, दिल और नागरिकता दोनों हिन्दुस्तानी. स्वतंत्रता दिवस की बधाई. जय हिंद. भारत की नागरिकता मिलने के बाद बेहद खुश अक्षय कुमार ने कहा, हिंदुस्तान उनके लिए सब कुछ है. उन्होंने जो कुछ भी कमाया है, यहीं रहकर कमाया है. वो खुद को खुशनसीब मानते हैं कि उन्हें इसी देश को सब कुछ लौटाने का मौका भी मिला है. अक्षय कुमार ने दिसंबर 2019 में भारतीय पासपोर्ट के लिए आवेदन किया था. उस वक्त उन्होंने कहा था कि वो अपनी कनाडाई नागरिकता छोड़ने वाले हैं और आज उन्हें स्वतंत्रता दिवस पर भारतीय नागरिकता होने का तोहफा मिला है।

अक्षय को भारत की नागरिकता मिलने के बाद सवाल उठने लगे हैं कि क्या वह भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की ओर से 2024 में लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे. दरअसल, बीजेपी से ही चुनाव लड़ने को लेकर सवाल इस वजह से उठ रहे हैं, क्योंकि अक्षय कुमार की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नजदीकियां किसी से छिपी नहीं हैं. वह खुद पीएम मोदी का इंटरव्यू ले चुके हैं. अक्षय कई मौकों पर पीएम मोदी की तारीफ भी कर चुके हैं. वह पीएम मोदी को भारत का सबसे बड़ा प्रभावशालि व्यक्ति करार चुके हैं.अक्षय कुमार राजनीति में आने को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब भी दे चुके हैं. उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था, ‘राजनीति में आने का मेरा कोई शौक नहीं है. मैं ऐसी फिल्में बनाना चाहता हूं जो देश की भलाई के लिए कुछ कर सके. मुझे कोई भी जगह ऐसी नजर आती है जहां मैं कुछ कर सकता हूं. मैं खुद वहां नहीं जा सकता. पैसे भेजकर जो भी मुझसे होता है कर देता हूं. लेकिन मैं राजनीति में नहीं जाना चाहता. मैं फिल्में बनाकर खुश हूं.’हालांकि अक्षय ने ये बयान एक साल पहले दिया था. एक साल लंबा वक्त होता है, क्या पता अक्षय का अब मूड बदल गया हो और धर्मेंद्र, सनी देयोल, विनोद खन्ना जैसे दिग्गजों की राह पर चलते हुए वह बीजेपी का दामन थामे और चुनाव जीतकर लोकसभा के सांसद बनें.ये कोई पहली बार नहीं है कि अक्षय कुमार के चुनाव लड़ने की चर्चा हो रही है. 2019 के आम चुनावों में भी पंजाब के गुरदासपुर से उनके चुनाव लड़ने की चर्चा थी. हालांकि उन्होंने ट्वीट करके चर्चा पर विराम लगा दिया था. अक्षय कुमार ने तब कहा था मैं चुनाव लड़ने नहीं जा रहा.गुरदासपुर ही नहीं, दिल्ली की चांदनी चौक सीट से भी अक्षय के चुनाव लड़ने की अफवाह उड़ चुकी है. 2019 से पहले 2017 के गुरदासपुर उपचुनाव में भी अक्षय के मैदान में उतरने की चर्चा थी. दरअसल, विनोद खन्ना के निधन के बाद ये सीट रिक्त हो गई थी.बता दें कि अक्षय कुमार का राजनीति से करीबी रिश्ता रहा है. उनके ससुर दिवंगत राजेश खन्ना नई दिल्ली की सीट से तीन बार कांग्रेस के सांसद रह चुके हैं।

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