कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा अब मध्य प्रदेश में प्रवेश करने वाली है. ये यात्रा केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ ग्वालियर से शुरू होगी. मध्य प्रदेश में ये यात्रा पांच दिन रहेगी. मुरैना से शुरू होकर, ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, राजगढ़, शाजापुर, उज्जैन होते हुए रतलाम के बाद राजस्थान में फिर प्रवेश करेगी. राहुल गांधी ने यात्रा से पांच दिन का ब्रेक लिया था और वे विदेश दौरे पर गए थे, जहां से वापस आ गए हैं.राहुल गांधी की यात्रा 2 मार्च से 6 मार्च तक मध्य प्रदेश के ग्वालियर-चंबल और मालवा संभाग को कवर करेगी. उनकी भारत जोड़ो यात्रा 7 लोकसभा को कवर करते हुए गुजरेगी. वहीं, ये यात्रा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के लिए अग्नि परीक्षा से कम नहीं है. यात्रा का मुरैना पहुंचने पर राहुल गांधी का भव्य स्वागत किया जाएगा. वहीं, कांग्रेस सांसद आज मुरैना और ग्वालियर में रोड शो करेंगे. साथ ही साथ सिंधिया के गढ़ में जनसभा को संबोधित करेंगे.राहुल गांधी 6 मार्च तक मध्य प्रदेश में रहेंगे. 3 मार्च को ग्वालियर में पूर्व सैनिकों के साथ संवाद करेंगे और इसी दिन ही वे शिवपुरी में आदिवासी समाज के साथ बातचीत करेंगे. 4 मार्च को राजगढ़ के ब्यावरा में 100 खाटों पर किसानों के साथ चर्चा करेंगे. राहुल गांधी 5 मार्च को उज्जैन के महाकाल मंदिर जाएंगे और वहां महाकाल का दर्शन करेंगे. 5 मार्च को ही पटवारी अभ्यर्थियों से संवाद करेंगे. राहुल गांधी मध्य प्रदेश में न्याय यात्रा के जरिए 7 लोकसभा और 54 विधानसभा सीटों को साधने की कोशिश की जाएगी.कांग्रेस प्रवक्ता भूपेन्द्र गुप्ता का कहना है कि गांधी की यात्रा छह मार्च को राजस्थान में प्रवेश करने से पहले पांच दिनों में राज्य के सात जिलों में 678 किलोमीटर की दूरी तय करने वाली है. यात्रा के दौरान तमाम स्थानों पर अग्निवीर योजना के अभ्यर्थियों, सेवानिवृत्त रक्षा कर्मियों, किसानों और महिलाओं के साथ बातचीत करने का कार्यक्रम है. इस दौरान उनका राज्य में कम से कम एक दर्जन सार्वजनिक बैठकों को संबोधित करने का कार्यक्रम है.बताया गया है कि राहुल गांधी 6 मार्च को सुबह 9 बजे बडनगर में महिलाओं से संवाद करेंगे. 6 मार्च को शाम 5 बजे न्याय यात्रा रतलाम से राजस्थान के लिए रवाना होगी. आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी की इस यात्रा को काफी अहम बता रही है. कांग्रेस को उम्मीद है कि लोकसभा चुनाव में इसका लाभ मिलेगा. हालांकि राजनीति के जानकारों का मानना है कि लोकसभा चुनाव नजदीक होने की वजह से राहुल गांधी का यात्रा में व्यस्त रहना कांग्रेस के लिए नुकसान का सौदा है. पार्टी ने यात्रा का समय गलत चुना है, जहां एक ओर सत्ता पक्ष अपनी कड़ी रणनीति बनाने में जुटा है, वहीं कांग्रेस आलाकमान यात्रा में व्यस्त है. इससे कहीं न कहीं पार्टी को नुकसान हो सकता है।