चीन में फैली रहस्यमयी बीमारी को लेकर राजस्थान में भी चिकित्सा विभाग अलर्ट मोड पर है. इसे लेकर जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल सहित प्रदेशभर के सरकारी अस्पतालों में आज मॉकड्रिल की गई. ताकि चीन में जैसे श्वसन रोग के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है, ऐसी ही स्थिति अगर राजस्थान में बन जाए तो इस बीमारी से कैसे निपटा जाएं. इसके लिए चिकित्सा विभाग के निर्देश के बाद आज अस्पतालों में मॉकड्रिल की जा रही है.राजस्थान स्वास्थ्य विभाग की एसीएस शुभ्रा सिंह ने मंगलवार को श्वसन संबंधी बीमारी से बचाव की तैयारियों के लिए स्वास्थ्य भवन में चिकित्सा विभाग के अधिकारियों की वीसी ली थी. इस दौरान उन्होंने इस बीमारी से निपटने के लिए चिकित्सा संस्थानों में मॉकड्रिल के निर्देश दिए थे. मॉकड्रिल के दौरान बैड, जांच, दवा, एम्बुलेंस, मानव संसाधन एवं आवश्यक उपकरणों आदि की मॉनिटरिंग व जा रही है।
डॉ अचल शर्मा, अधीक्षक एसएमएस हॉस्पिटल ने कहा कि वायरस को लेकर भारत सरकार ने राज्यों को अलर्ट किया गया है. राजस्थान में अब इन्फ्लूएंजा के केसे, सांस संबंधी गंभीर केस जो अस्पताल में भर्ती होंगे, उनके सैंपल जयपुर, जोधपुर और उदयपुर भेजे जाएंगे. यहां उन सैंपल्स का सीरो पॉजिटिव टेस्ट किया जाएगा. डॉ अचल शर्मा ने ये भी कहा कि डॉक्टर्स, लैब टेक्नीशियन, एम्बुलेंस,ऑक्सीजन प्लांट्स तैयार रहेंगे. हालांकि राजस्थान में फिलहाल किसी भी तरह की चिंता की बात नहीं है, सिर्फ एहतियातन तैयारी के लिए राजस्थान स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है.बता दें कि हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा था कि चीन के बच्चों में एच9एन2 के प्रकोप और उनके श्वसन संबंधी कई बीमारी से घिरने की घटना पर सरकार गहन नजर रखे हुए है. अपने दक्षिणी और उत्तरी प्रांतों के लोगों खासकर बच्चों में माइकोप्लाज्मा निमोनिया और इन्फ्लूएंजा फ्लू के बढ़ते मामलों पर वैश्विक चिंताओं के बीच, चीन ने दावा किया है कि मौसमी बीमारी के अलावा इसका कारण कोई असामान्य या नया रोगाणु नहीं पाया गया है।